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UP:होली के हुड़दंग में BJP नेता को गोली! गले मिलने से किया इनकार तो मच गई सनसनी
होली के हुड़दंग में BJP नेता को गोली! गले मिलने से किया इनकार तो मच गई सनसनी
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में होली का जश्न अचानक खूनी खेल में बदल गया, जब गले न मिलने की छोटी सी बात पर बीजेपी नेता और एक अन्य युवक को गोली मार दी गई। कटघर थाना क्षेत्र के वीर शाह हजारी इलाके में घटी इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपी खुलेआम फायरिंग करता दिख रहा है।
क्या है पूरा मामला?
रंगों की मस्ती के बीच जब अक्षय गुप्ता (पुत्र पंकज गुप्ता) होली खेलकर अपने घर पहुंचे, तभी मुहल्ले के चार युवक उन्हें घर से बाहर बुलाने आ गए। इसी दौरान अभिषेक उर्फ छोटू नामक युवक तमंचा लहराते हुए वहां आ धमका और अचानक गोली चला दी। गोली अक्षय गुप्ता की जांघ में जा लगी, जिससे वह वहीं गिर पड़े।
हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी अभिषेक भाजपा के बूथ अध्यक्ष संजय कुमार आर्य से होली मिलने आया था, लेकिन संजय ने गले मिलने से इनकार कर दिया। इसी से बौखलाए अभिषेक ने घर जाकर तमंचा उठाया और फायरिंग करता हुआ वापस आया। इस दौरान गोली चलने से बीजेपी नेता संजय कुमार आर्य भी घायल हो गए।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से फैली सनसनी
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि अभिषेक उर्फ छोटू किस तरह खुलेआम हथियार लहराते हुए फायरिंग कर रहा है।
पुलिस कार्रवाई और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
घटना के बाद दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि आखिरकार होली के जश्न में अपराधियों के हाथों में हथियार कैसे पहुंच रहे हैं? पुलिस प्रशासन की सुस्ती का यह एक और उदाहरण है, जहां मामूली बातों पर खुलेआम गोलियां चल रही हैं।
कहां है कानून-व्यवस्था?
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, यह इस घटना से साफ झलकता है। होली जैसे त्योहार में भी अपराधियों के हाथ में तमंचे, खुलेआम फायरिंग और बीजेपी नेता तक का शिकार हो जाना यह दर्शाता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है। क्या अब त्योहार भी अपराधियों के कब्जे में आ गए हैं? पुलिस अब तक आरोपी को पकड़ने में नाकाम है, जो सरकार के “जीरो टॉलरेंस” के दावों की पोल खोल रही है।
अब तक की कार्रवाई – अपराधी कब तक खुलेआम घूमते रहेंगे?
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, लेकिन यह जांच तब तक अधूरी है, जब तक आरोपी को सख्त सजा नहीं मिलती। अगर ऐसे अपराधियों को बख्शा गया, तो क्या आने वाले दिनों में त्योहारों पर खुलेआम गोलीबारी और खूनी खेल आम हो जाएगा?




