उत्तराखंड दर्शन
सुचारु रूप से चल रही केदारनाथ धाम पैदल यात्रा, रास्ता बनाने में जुटे यह जवान
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम पैदल यात्रा सुचारु रूप से चल रही है। कुबेर गधेरा ग्लेशियर व भैरव गधेरा ग्लेशियर के पास स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान यात्रियों को सुरक्षित तरीके से पार करवा रहे हैं। कुबेर गधेरे के पास आये ग्लेशियर को हटाये जाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। फिसलन वाले स्थलों को खुरच-खुरच कर आसानी से चलने योग्य बनाया जा रहा है।
यात्रियों को नियंत्रित ढंग से यहां पर पार कराया जा रहा है, व यात्रियों की सुविधा हेतु पर्याप्त रस्से भी लगाये गये हैं। इन दोनों स्थलों पर यात्रियों की सहायता के साथ ही स्वयं की सुरक्षा का ध्यान दिये जाने के निर्देश निर्गत किये गये हैं। यात्रा की माॅनीटरिंग स्वयं जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा की जा रही है, व अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जा रहे हैं। मौसम को देखते हुए आज शुक्रवार सुबह 6 बजे तक सोनप्रयाग से 2806 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। जबकि 302 यात्री धाम से वापस सोनप्रयाग लौटे।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम दर्शन करने आ रहे तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वर्तमान में केदारनाथ धाम में मोैसम खराब है तथा भारी बर्फबारी के कारण कुबेर एवं भैरव ग्लेशियर पर बार-बार ग्लेशियर टूटने के कारण यात्रा मार्ग आवाजाही हेतु अवरुद्ध हो रहा है। डीएम ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत् सोनप्रयाग एवं गौरीकुण्ड में रूके यात्रियों को सीमित संख्या में ही केदारनाथ पैदल जाने की अनुमति होगी।
उन्होंने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वर्तमान में मौसम को ध्यान में रखते हुये दो-तीन दिनों तक केदारनाथ की यात्रा न करेें। साथ ही कहा कि वर्तमान में जिन स्थानों पर ठहरे हैं, उन्हीें स्थान पर सुरक्षित रहें तथा मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार से ही अपनी यात्रा का प्लान तैयार करें। वहीं दूसरी तरफ हेलंग के पास बंद बदरीनाथ राष्टीय राजमार्ग खुल गया है। वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। केदानाथ कपाट खुलने के दिन 25 अप्रैल से ही धाम में बारिश और बर्फबारी हो रही है। कई दिन मौसम अधिक खराब होने पर प्रशासन ने सुबह 10:30 बजे बाद यात्रियों को धाम नहीं जाना दिया।