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तानाशाही:कॉर्बेट पार्क के रेंजर ने जबरन वसूला पैंतीस हजार का जुर्माना।
वन विभाग ने लोगों से जबरन वसूला पैंतीस हजार का जुर्माना
जानकारी ना होने से आमडंडा खत्ते तक पहुंचे थे रविवार की सुबह
रामनगर।इसी माह वन विभाग वाइल्ड लाइफ वीक मनाकर आम जनता को खुद के साथ जोड़ने की कवायद कर रहा था, लेकिन उसकी अंग्रेजों के दौर की कार्यप्रणाली आम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। यही वजह है कि वन विभाग की छवि आम जनता के बीच सुधर नहीं रही।
रविवार सुबह कॉर्बेट के बिजरानी रेंज के वनकर्मियों ने कुछ स्थानीय युवकों और उनके मेहमानों की गाडियां जब्त करके उनसे पैंतीस हजार रुपए का जुर्माना वसूला। पीड़ित लोगों की वन विभाग के रेंजर बिंदर पाल सिंह से गुहार को उन्होंने अनसुना कर दिया।
हुआ यह कि रविवार सुबह रामनगर के कुछ स्थानीय युवा अपने मेहमानों को लेकर क्रिकेट खेलने की प्लान बनाया। पहले वह डिग्री कॉलेज के मैदान गए, वहां भीड़ होने पर फिर एमपी मैदान गए तो वहां भी भीड़ थी।
फिर वह बैट बाल लेकर आमडंडा खत्ते के मैदान में चले गए। चूंकि वह जगह पहले से ही खेलकूद और व्यायाम के लिए उपयोग में आती रही थी तो क्रिकेट खेलने के इच्छुक लोगों को यह भान नहीं था कि वन विभाग उन्हें धर दबोचेगा।
जैसे ही वह अपनी गाडियां पार्क करके मैदान की ओर जाने लगे तो कुछ ही मिनट में वन विभाग के लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और अपराधियों की तरह सुलूक करते हुए उनकी गाडियां जब्त कर ली, उसमें महिलाएं और बच्चे भी थे।
रेंज ऑफिस में काफी अनुनय विनय और क्षमायाचना के बावजूद गाड़ी नहीं छोड़ी गई और उनसे पैंतीस हजार का जुर्माना लेकर ही वाहन लौटाए गए।
वन विभाग चाहता अज्ञानतावश मैदान में चले गए लोगों को हिदायत देकर उस स्थान से बाहर कर सकता था, लेकिन जुर्माना वसूली करके वन विभाग ने उन सभी लोगों को जो संदेश दिया है, शायद उत्तराखंड वन विभाग को वह कभी भूल नहीं पाएंगे।