Uncategorized
“श्रमिकों ने खून से नहाकर जो अधिकार हासिल किए उसे सरकारें छीन रही हैं।”
रामनगर।1 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर समाजवादी लोक मंच कार्यालय पैठ पड़ाव में प्रातः 8 बजे श्रमिक नेता राजेंद्र सिंह ने लाल झंडा फहरा कर शिकागो के शहीद श्रमिक नेताओं को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए मंच के संयोजक मुनीष कुमार ने कहा कि 8 घंटे के कार्य दिवस का अधिकार श्रमिकों ने अपने खून में नहा कर हासिल किया है जिसे आज देश की सरकारें छीन रही हैं। इसी वर्ष फरवरी माह में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कर्नाटक में काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटे करने का कानून पारित किया है। श्रमिक विरोधी कानून बनाने में देश के दूसरे दल भी पीछे नहीं हैं। तमिलनाडु में स्वयं को भाजपा विरोधी बताने वाली डीएमके सरकार ने भी एप्पल जैसी कंपनियों को लूट की खुली छूट देते हुए 12 घंटे के कार्य दिवस का कानून बनाने का विधायक लेकर आई है। उन्होंने कहा कि देश की संसद और विधानसभाओं में पूंजीपतियों के प्रतिनिधि बैठे हुए हैं यही कारण है कि देश की संसद और विधानसभाओं में मजदूर, किसान विरोधी कानून बनाए जा रहे हैं।
महिला एकता मंच की ललिता रावत ने कहा कि समाजवाद ही सभी लोगों को सम्मानजनक रोजगार की गारंटी दे सकता है अतः मजदूर किसानों को समाजवादी झंडे के नीचे संगठित होकर अपने संघर्षों को आगे बढ़ाना चाहिए।
सभा को इंकलाबी मजदूर केंद्र के भूवन चंद्र, उपपा के लालमणि, चंद्र बल्लभ सिंबल आदि ने संबोधित किया। संचालन सरस्वती जोशी ने किया।
कार्यक्रम में कमल वर्मा, शेखर चंद्र, किशन शर्मा,प्रीति, गिरीश चंद्र, जमनराम, किसान नेता ललित उपरेती, मनमोहन अग्रवाल, कपिल शर्मा, किरण, देवेंद्र नीमा, मदन मेहता, मुकेश, लालता श्रीवास्तव, लईक अहमद, अंकुश अग्रवाल, चंपा, प्रभा, ऋतु समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की तथा मई दिवस की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।