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Muzaffarnagar: मंदिर से सेवादार को लूटने वाली वर्दी – तीन पुलिसकर्मी बेनकाब, चौकी इंचार्ज लाइनहाजिर, दो सिपाही सस्पेंड!
Muzaffarnagar: मंदिर से सेवादार को लूटने वाली वर्दी – तीन पुलिसकर्मी बेनकाब, चौकी इंचार्ज लाइनहाजिर, दो सिपाही सस्पेंड!
मजलूम की सेवा नहीं, वसूली में लगी वर्दी!
शर्मनाक! मंदिर की सेवा में लगा एक सेवादार, जो भक्तों के लिए निस्वार्थ भाव से दिन-रात लगा रहा, उसी से वर्दीधारी लुटेरे जबरन वसूली कर रहे थे – और वह भी डिजिटल पेमेंट के जरिए! उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना क्षेत्र के हरसोली गांव में पुलिस के तीन अफसरों ने वर्दी की गरिमा को पैरों तले कुचल दिया।
गूगल-पे से भी नहीं बचा भक्त, पुलिस ने वसूली का नया तरीका खोज निकाला!
चौंकाने वाली बात यह है कि चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह और उसके दोनों सिपाही ऋतिक व उमेश लगातार मंदिर के सेवादार से पैसों की मांग कर रहे थे। मजबूरी में उसने गूगल-पे से भुगतान किया – हां, डिजिटल सबूत के साथ! लेकिन लालच के भूत ने पुलिस वालों को और ज्यादा वसूली की मांग करने पर मजबूर कर दिया। जब पानी सिर के ऊपर चला गया, तो सेवादार ने मीडिया को पुकारा – और फिर जो हुआ, उसने पूरे महकमे को हिला दिया।
मंदिर में सेवा करने वालों से वसूली? अब पुलिस पर भी भरोसा तोड़ने लगी वर्दी!
घटना के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण मंदिर परिसर में इकट्ठा हो गए। गुस्से से भरे इन लोगों ने मीडिया के सामने पुलिस की करतूत का पर्दाफाश किया। ग्रामीणों ने एक सुर में कहा – “जो लोग भगवान की सेवा कर रहे हैं, उनसे वर्दी पहनकर पैसे ऐंठना न सिर्फ कानून का मजाक है, बल्कि आस्था की हत्या भी है।”
SSP अभिषेक सिंह ने ठोकी सख्ती की लाठी – नहीं बचेगी खाकी में छिपी दलाली!
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने साफ कहा – “पुलिस सेवा के लिए है, शोषण के लिए नहीं। कानून तोड़ने वाले वर्दी वाले भी हों, तो बख्शे नहीं जाएंगे।” आरोपों की जांच हुई, तो पूरा सच सामने आ गया। SSP ने फौरन चौकी इंचार्ज गजेंद्र सिंह को लाइनहाजिर किया और सिपाही ऋतिक व उमेश को सस्पेंड कर दिया।
Atom Bomb की दो टूक – मंदिर में सेवा करने वालों को तंग करने वाली ये वर्दीधारी जमात समाज के लिए कलंक है। मुजफ्फरनगर पुलिस की यह कार्रवाई स्वागतयोग्य है, लेकिन अब सवाल यह है – कितनी और चौकियां वसूली के अड्डे बनी हुई हैं? कब तक पुलिस में छिपे ये लुटेरे आम जनता को निशाना बनाते रहेंगे?




