उत्तराखण्ड
पुलिस का कारनामा:आरोपी को कोतवाली से छोड़ा,अब पीड़ित परिवार मृतक के शव के साथ कोतवाली में करेंगे प्रदर्शन।
रामनगर(नैनीताल) कोतवाली पुलिस पर दुर्घटना के आरोपी डंपर चालक को हिरासत से छोड़ने का आरोप लगा हैं। आरोप है कि पुलिस ने कुछ लोगों के दबाव में आकर डंपर चालक पर कार्यवाई करने के बजाय उसको कोतवाली से छोड़ दिया।यही नही दुर्घटना के वक्त मौके पर खड़े डंपर को कब्जे में लेने के बजाय पुलिस ने उसे जाने दिया। डंपर से घायल व्यक्ति की मौत के बाद अब मृतक के परिजन इस मामले को लेकर के सामने प्रदर्शन करने वाले हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीती 12 जुलाई की रात आमडंडा के पास UK06CB3776 नंबर के डंपर ने 43 वर्षीय सुरेश चन्द्र थपलिया पुत्र स्वर्गीय जैदराम थपलिया को टक्कर मार दी। जिससे सुरेश गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल सुरेश को इलाज के लिए पहले रामनगर फिर काशीपुर ले जाया गया, हालत नाजुक होने पर उसे फिर दिल्ली भेजा गया।दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी हैं।
इस मामले में कोतवाली पुलिस पर आरोप है कि उसने घटना वाले दिन आरोपी डंपर चालक को हिरासत में नहीं लिया। परिजनों का आरोप है कि जब वह इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने कोतवाली पहुंचे तो वहां डंपर चालक को बचाने के लिए पहले से ही कुछ लोग पहुँचे हुए थे।पुलिस ने उनके दबाव में न तो डंपर को कब्जे में लिया और ना ही गिरफ़्तारी की। परिजनों का कहना है कि डंपर चालक उस समय नशे की हालत में था, उन्होंने पुलिस से आरोपी डंपर चालक का मेडिकल टेस्ट कराने को कहा लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। कोतवाली में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उस समय ना तो उनकी रिपोर्ट दर्ज की,न ही डंपर को अपने कब्जे में लिया,उल्टा आरोपी डंपर चालक को छोड़ दिया।
पुलिस ने 12 जुलाई को हुई दुर्घटना की रिपोर्ट 14 जुलाई को दर्ज की।
बताया जा रहा है कि दुर्घटना वाली रात डंपर रेत भरकर पहाड़ को जा रहा था।
पुलिस ने ट्रांसपोर्टर के दबाव में ना डंपर चालक को हिरासत में लिया और ना ही डम्पर अपने कब्जे में लिया।दुर्घटना के तुरंत बाद आरोपी डंपर चालक को बचाने के लिए डंपर मालिक उनके साथी कोतवाली पहुंच गए।
दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मृत्यु के बाद अब मृतक के परिजन इस मामले को लेकर कोतवाली में प्रदर्शन करने वाले हैं।खबर है कि मृतक के शव को कोतवाली लाकर प्रदर्शन किया जायेगा।