उत्तराखण्ड
12 घंटे का महाअभियान: SSP नैनीताल की अगुवाई में 800 पुलिसकर्मियों ने किया 1788 के सत्यापन और 484 लोगों के चालान
नैनीताल: जिले में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए SSP नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने एक व्यापक सत्यापन अभियान चलाया। इस अभूतपूर्व अभियान में जिले के हर कोने पर 800 पुलिसकर्मियों की टीम ने 12 घंटे तक सघन चेकिंग और सत्यापन कार्यवाही की।
किरायेदारों और बिना सत्यापन चलने वालों पर गिरी गाज
बिना सत्यापन फड़-फेरी करने वालों, ऑटो रिक्शा चालकों और बिना सत्यापन किरायेदार रखने वाले मकान मालिकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की गई। कुल 330 मकान मालिकों पर जुर्माना लगाया गया, जिसमें 3 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया। वहीं, 1788 लोगों के सत्यापन कर 484 लोगों का चालान किया गया।
अपराधियों के लिए SSP का कड़ा संदेश: सुधर जाओ, या फिर निकल जाओ
SSP प्रहलाद नारायण मीणा ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि जिले में बाहर से आकर माहौल खराब करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। जो लोग गलत गतिविधियों में शामिल हैं, उन्हें या तो सुधरना होगा या फिर जिले से बाहर जाना होगा।
PAC के साथ पूरे जिले में फैला सत्यापन अभियान
हल्द्वानी, नैनीताल, रामनगर से लेकर मुक्तेश्वर और कालाढूंगी तक पूरे जिले में यह अभियान चला, जिसमें PAC की टीम भी शामिल थी। इस दौरान सैकड़ों लोगों का सत्यापन किया गया और संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों पर कार्यवाही की गई।
सुरक्षा बढ़ाने के साथ अपराधियों पर शिकंजा
यह सत्यापन अभियान सिर्फ अपराधियों की पहचान के लिए नहीं, बल्कि जिले में सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से भी किया गया है। SSP ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे अपने किरायेदारों और काम करने वालों का सत्यापन जरूर कराएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
जिले के सभी क्षेत्रों में सघन कार्यवाही
शहर से लेकर दूरदराज के इलाकों तक फैले इस अभियान में पुलिस ने सघन चेकिंग की, जिसमें ठेले-फेरी वाले, मजदूर, रिक्शा चालक और दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों का भी सत्यापन किया गया।
12 घंटे की ताबड़तोड़ कार्यवाही के मुख्य आंकड़े:
– किरायेदार सत्यापन न कराने पर कार्यवाही:330 मकान मालिकों पर
– कुल सत्यापन:1788
– चालान की संख्या:484 (जिसमें कोर्ट चालान भी शामिल हैं)
– जुर्माना वसूली:3,20,580 रुपये
इस अभियान ने जिले में अपराधियों पर नकेल कसने के साथ ही नागरिकों को भी जिम्मेदार बनने का संदेश दिया है।