उत्तराखण्ड
रामनगर में 15 साल के नाबालिग को स्कूटी थमाना पड़ा भारी, पुलिस ने की सख्त कार्रवाई – अभिभावकों के लिए सबक
रामनगर।अगर आप अपने नाबालिग बच्चों को गाड़ी चलाने की छूट दे रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए। रामनगर पुलिस ने एक ऐसी ही लापरवाही पर बड़ा कदम उठाते हुए कार्रवाई की है, जिससे अभिभावकों को साफ संदेश मिल रहा है – अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद नैनीताल के आदेशानुसार व क्षेत्राधिकारी रामनगर के पर्यवेक्षण में थाना रामनगर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे वाहन चेकिंग अभियान के तहत भवानीगंज से डिग्री कॉलेज की ओर आ रही एक स्कूटी (UK19B-8075) को रोका गया। जब पुलिस ने स्कूटी चालक से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ—इसे कोई व्यस्क नहीं, बल्कि मात्र 15 वर्ष का एक नाबालिग लड़का चला रहा था।
स्कूटी के दस्तावेजों की जांच करने पर यह पता चला कि वाहन महजबी सिद्दीकी पत्नी मोहम्मद रफीक, निवासी वार्ड नं-6, गुलरघट्टी रामनगर, के नाम पर पंजीकृत है। पुलिस ने मौके पर ही नाबालिग के माता-पिता को बुलाकर उसे सुपुर्द कर दिया, लेकिन वाहन स्वामिनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए एफआईआर नंबर 147/25, धारा 199 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
इस प्रकरण में दोषी पाए जाने पर तीन महीने की जेल और 25 हजार रुपये तक का जुर्माना तय है।
संदेश साफ है –
नाबालिग को वाहन सौंपना केवल एक कानूनी उल्लंघन नहीं, बल्कि एक खतरनाक लापरवाही भी है, जो उसके और दूसरों के जीवन को खतरे में डाल सकती है। रामनगर पुलिस की यह कार्रवाई एक नजीर बन सकती है, जो अन्य अभिभावकों को भी सोचने पर मजबूर करेगी कि गाड़ी की चाबी सौंपने से पहले वे दो बार सोचें।
रामनगर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आगे भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी और नाबालिगों को वाहन चलाने की छूट देने वाले अभिभावकों पर कानून के तहत कठोर कार्रवाई होगी।
– एटम बम डेस्क, रामनगर







