उत्तराखण्ड
देहरादून में गैंग कल्चर की बर्बर बानगी: अर्मन डोभाल पर हमला करने वाले 8 गिरफ्तार
देहरादून में युवकों का गिरोह बना ‘कातिल गैंग’: लाठी-डंडों से जानलेवा हमला, आठ आरोपी गिरफ्तार
देहरादून, 12 जुलाई 2025 | एटम बम न्यूज़
राजधानी देहरादून के शांत माने जाने वाले इलाके मोथरोवाला में एक युवक पर दिनदहाड़े लाठी-डंडों से जानलेवा हमला हुआ है। हमलावर कोई पेशेवर अपराधी नहीं, बल्कि कॉलोनी के वही ‘चाय-सिगरेट वाले’ लड़के निकले जो अक्सर गली-मोहल्ले में टहलते मिल जाते हैं। इनकी दबंगई इस कदर हावी हो गई कि एक युवक की जान लेने का दुस्साहस कर बैठे।
पीड़ित अर्मन डोभाल, निवासी वैभव बिहार नवादा ने पुलिस को दिए अपने शिकायती पत्र में बताया कि भंडारी चौक मोथरोवाला में आशीष रांगड़ और उसके साथियों ने उसे घेरकर बर्बरतापूर्वक पीटा। घटना 2 जुलाई को हुई, लेकिन इस गैंग की दबंगई और दहशत इतनी थी कि पुलिस को भी आरोपियों तक पहुंचने में 10 दिन लग गए।
अपराध की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने FIR संख्या 246/25 के तहत पहले मामूली धाराएं लगाईं, लेकिन जैसे-जैसे घटना के तथ्यों की तह में गई, धाराएं बदलती गईं और अब इसमें उत्तराखंड BNS की कई गंभीर धाराएं जोड़ दी गई हैं।
गिरफ्तार आठों आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
- आशीष रांगड़, पुत्र प्रताप सिंह रांगड़ – लेन नं0 1, द्वारिका पुरम, मोथरोवाला, उम्र 30 वर्ष
- सार्थक राणा, पुत्र मनुज राणा – मॉडल कालोनी, धर्मपुर, उम्र 20 वर्ष
- काव्य रावत, पुत्र संजय रावत – लेन नं0 7, पंचायत भवन रोड, बंजारावाला, उम्र 22 वर्ष
- आयुष डंगवाल, पुत्र प्रकाश डंगवाल – दुर्गा मंदिर के पास, बंजारावाला चौक, उम्र 23 वर्ष
- आदेश थापा, पुत्र गुरु थापा – लेन नं0 2, राजेश्वरी कॉलोनी, बंजारावाला, उम्र 19 वर्ष
- अंकित पासी, पुत्र अनिल पासी – नयागांव, अजबपुर खुर्द, उम्र 25 वर्ष
- दिव्यांशु, पुत्र मनोहर लाल – लोहार गली, बंजारावाला, उम्र 20 वर्ष
- ऋषभ असवाल, पुत्र जितेंद्र सिंह असवाल – पुष्पकुंज कॉलोनी, उम्र 27 वर्ष
इन युवकों के पास कोई वैचारिक मतभेद या संपत्ति विवाद नहीं था, बस ‘गैंगबाजी’ और ‘दबदबा’ दिखाने के चक्कर में जान पर बन आई। ये वही चेहरे हैं जो सोशल मीडिया पर रील्स बनाते हैं, खुद को ‘सिंहासन वाले शेर’ समझते हैं और ज़मीनी हकीकत में हिंसा फैलाते हैं।
अब सवाल ये है कि ऐसे युवाओं को ‘गैंगस्टर’ बनाने में गलती किसकी है? सिस्टम की, परिवार की, या उस समाज की जो उन्हें हीरो की तरह देखने लगा?
इस घटना ने एक बार फिर सेदेहरादून जैसे शांत शहर की हवा में ज़हर घोलने वाले नकली ‘रॉकी भाईयों’ की हकीकत खोल दी है। अब देखना ये है कि अदालत इन्हें ‘रील स्टार’ मानती है या ‘जेल स्टार’।
– रिपोर्ट: एटम बम न्यूज़
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