उत्तराखण्ड
मनीला रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड के शेयर धारकों की लड़ाई में आया नया मोड़।
रामनगर(नैनीताल)समसारा रिसोर्ट का मामला तूल पकड़ता जा रहा।इस रिसॉर्ट को चला रहे एमरोल्ड के प्रबंधन ने मनीला रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड में जुड़े लोगों के खिलाफ हथियारबंद बदमाशों के मदद से रिसोर्ट में जबरन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की थी। जिन लोगों पर यह आरोप लगाए गए उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया हैं। काशीपुर निवासी अमरपाल सिंह, बहल पेपर मिल के नरेश झाजी और दिल्ली निवासी कपिल बतरा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झुठा करार दिया हैं।
मनीला रिसोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के शेयर धारक अमरपाल सिंह ने ‘एटम बम’ को बताया कि उक्त रिसोर्ट में कब्जा नहीं किया गया है सिर्फ मैनेजमेंट बदला है। उन्होंने हथियार बंद बदमाशों के जरिए रिसोर्ट में जबरन कब्जा करने की बात को निराधार बताते हुए एमरोल्ड प्रबंधन पर पुलिस में झूठी शिकायत करने का आरोप लगाया है।
बकौल अमरपाल सिंह, मनीला रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड में 68 प्रतिशत शेयर के साथ नरेश कुमार झाजी, नवीन झाजी, सुमित बुद्धिराजा, सुलभ बेदी, गीतिका बेदी, आदित्य झाजी, जागृति झांजी निदेशक है।जबकि संजीव कपूर,कुलदीप त्यागी, प्रदीप कुमार त्यागी और नाजिम मियां के कम शेयर होने के बाद मैनेजिंग बोर्ड से बाहर कर दिए गए हैं।नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में कम्पनी के मैनेजिंग बोर्ड को लेकर दायर वाद का फैसला होने के बाद मनीला रिसोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग बोर्ड ने कंचनपुर, छोई स्थित अपनी प्रॉपर्टी समसारा रिसोर्ट का संचालन अपने हाथ में लिया है।
कम्पनी के शेयर धारक अमरपाल सिंह के मुताबिक संजीव कपूर ने एमरोल्ड को गैरकानूनी तरीके से समसारा रिसोर्ट को लीज पर दिया था।जबकि 2016 में कोर्ट का स्टे था कि कंपनी की प्रॉपर्टी को लीज पर नही दिया जा सकता इसके बावजूद पूर्व मैनेजिंग बोर्ड में शामिल लोगों ने इसे लीज़ पर दिया जो गैरकानूनी है।
अमरपाल ने आरोप लगाया कि एमरोल्ड को गैरकानूनी तरीके से समसारा रिसॉर्ट में दिया गया था और कर्मचारियों का प्रोविजनल फंड के साथ-साथ जीएसटी चोरी भी की गई।
बकौल अमरपाल सिंह,समसारा रिसोर्ट में सिर्फ एक सुरक्षा गार्ड के साथ नई मैनेजिंग टीम ने अपनी जिम्मेदारी संभाली है। वहाँ ठहरे गेस्ट का भुगतान एमरोल्ड को दिया गया।
अमरपाल के मुताबिक अब नई मैनेजिंग टीम रिसॉर्ट का संचालन कर रही हैं।रिसोर्ट के कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखते हुए सरकार के नियमानुसार वेतन और प्रोविजनल फंड दिया जायेगा।
अमरपाल सिंह ने आरोप लगाया कि एमरोल्ड प्रबंधन रिसॉर्ट में तैनात कर्मचारियों को उकसाने का काम कर रहा हैं साथ ही उन्होंने पुलिस में झूठी शिकायत दर्ज करने का भी आरोप लगाया हैं।