उत्तराखण्ड
दुराचार करने में नाकाम होने पर कर डाला महिला का कत्ल, आरोपी गिरफ्तार
काशीपुर। पुलिस ने आम के बाग में मृत मिली महिला की हत्या का खुलासा करते हुए एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया पकड़े गए आरोपी ने महिला के साथ दुष्कर्म करने में असफल होने पर इस घटना को अंजाम दिया था।
घटनाक्रम के अनुसार 16. मई को काशीपुर क्षेत्र निवासी एक युवक ने तहरीर देकर बताया कि उसकी मां दिनांक 15.मई प्रातः 8 बजे अपने खेत में चारा काटने के लिए गई हुयी थी जब काफी देर हो जाने के बाद उसकी मां घर नहीं आयी तो परिवार वालों द्वारा खोजबीन की गयी। जहां उसकी मां भगवंतपुर, काशीपुर स्थित एक आम के बाग में आम के पेड़ में अपनी साड़ी के फंदे में लटकी हुई थी। उनके मुंह तथा होठों आदि शरीर पर चोट के निशान थे। नागेन्द्र ने शक जताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी मां की हत्या कर शव को आत्महत्या का रूप देकर पेड़ से लटका दिया है।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मुआअना किया तो मृतका के शव की स्थिति को देखकर प्रतीत हो रहा था कि घास ले जाने वाली पल्ली की रस्सी से गला घोंट कर उसी की साड़ी से शव को आम की टहनी पर टांगा गया था तथा टंगे हुये स्थान से करीब 13-14 कदम दूर मृतका की चूड़ियां टूटी हुयी पड़ी थीं, जिससे प्रतीत हो रहा था कि अभियुक्त एवं मृतका के बीच हाथापाई हुई थी। घटना स्थल के पास ही मृतका की दरांती पड़ी हुयी थी, जिस पर खून के निशान लगे हुये थे। जिसासके बाद मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवा कर मृतका के पुत्र की तहरीर के आधार पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर दिया था ।
पुलिस ने इस घटना के खुलासे के लिए कई टीमों का गठन कर संदिग्ध लोगों की जांच पड़ताल तथा पूछताछ पारवारिक / आस-पड़ोसियों से विवाद आदि की जानकारी मोबाइल सर्विलांस वा मार्गाे के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर एसआई कपिल कम्बोज की टीम ने घटना स्थल के पास खेत में एक 20-21 वर्ष के लड़के द्वारा एक महिला को घास का गट्ठर उठाने में मदद की गयी थी। उक्त महिला से संदिग्ध का हुलिया एवं कपड़ों का रंग पूछकर आने-जाने वाले रास्तों की सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये, जिनमें एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया। जिसकी फोटो निकाल कर क्षेत्र के मुखबिरों को दिखाई गयी तो उसकी पहचान मनोज कुमार उर्फ विनोद के रूप में हुई। जिसके बाद मनोज का को पकड़ा गया तो उसके बायें हाथ की बीच की अंगुली किसी धारदार हथियार से कटी हुयी थी।
पूलिस द्वारा की गई पूछताछ के दौरान मनोज ने बताया कि वह धनौरी गांव का रहने वाला है। तथा ग्रेट मिशन स्कूल, हिम्मतपुर, रामनगर की स्कूल बस में हैल्परी की नौकरी करता है और धनौरी, प्रतापपुर में अपने बड़े भाई के साथ रहता है। 15.मई को स्कूल के बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद घर में खाना खाकर वह अमरूद के बगीचे में गया, वहाँ पर ट्यूबवैल में पानी पीकर गन्ने के खेत की तरफ जा रहा था कि गन्ने के खेत में उसके एक परिचित आंटी मिली, जिन्हें वह बचपन से जानता था। उसने आंटी से कहा कि यहाँ खेत में दवाई डाली है, यहाँ घास मत काटो, आम के बगीचे में घास काट लो।
मृतका ने उसकी बात मान ली और आम के बगीचे में चली गयी। उसके पीछ वह भी चला गया और चरस से भरी बीड़ी पी और बदनीयति से वह धीरे-धीरे मृतका के पास पहुचा और शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिये मृतका से जोर जबरदस्ती का प्रयास करने लगा। मृतका मना करने लगी और उसने उसे थप्पड़ मार दिया। गुस्से में आकर उसने दरांती से वार किया तो मनोज ने अपने बांये हाथ से दरांती पकड़ ली, जिससे उसके बांये हाथ की बीच वाली अंगुली कट गयी। तभी मृतका ने जोर-जोर से चिल्लाते हुये हाथ छुड़ाने की कोशिश की तथा बार-बार कह रही थी कि तेरी हरकत के बारे में सब को बता दूंगी। जिस पर उसने उसका मुंह बन्द करके उसका गला दबा दिया तथा धक्का-मुक्की करते हुये 10-15 कदम चलते हुये दूसरे आम के बाग के पास पहुंच गया और मृतका की दरांती छीनकर दरांती के मुठ से आंटी के मुँह पर जोर-जोर से मारा और गला घोंटा तो आंटी को हल्की बेहोशी आने लगी। जिसके बाद आंटी की पल्ली की रस्सी से ही गला दबा दिया जिससे वह मर गई।
आंटी को मरा देख मनोज घबरा गया और आंटी की साड़ी को उनके गले में लपेट कर गाँठ बाँधी और आंटी की मौत को आत्महत्या दिखाने के लिये साड़ी को आम के पेड की नीचे व उपर वाली टहनी में लपेटकर दोबारा गले में गांठ लगा दी और फिर चुप-चाप बाग से निकल गया। उस समय बाग का लंगड़ा चौकीदार खाना खाने गया था। घर आकर जो कपड़े मनोज पहने हुए था, वह कपड़े नहाने के बाद घर में ही छुपा दिये। पुलिस टीम में कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई विनोद जोशी, कपिल कम्बोज, संतोष देवरानी, देवेन्द्र सिंह सामन्त, अशोक कांडपाल, मनोज जोशी, दीपक जोशी, नवीन बुधानी, कंचन पडलिया, सुप्रिया नेगी, कां. दीपक जोशी, हेमचन्द्र, धीरज, मुकेश कुमार, प्रेम सिंह कनवासल, सुरेन्द्र सिंह, गजेन्द्र गिरी, नरेन्द्र बोरा, कुलदीप सिंह, वन्दना तथा एसओजी की टीम में – एसआई भुवन चन्द्र जोशी, हेड कां. विनय कुमार, कां. कैलाश तोमक्याल, दीपक कठैत, प्रदीप कुमार शामिल थे।