उत्तराखण्ड
रामनगर में बिरजू मयाल के खिलाफ एक और गंभीर केस, महिला ने छेड़खानी और जान से मारने की धमकी का लगाया आरोप — BNS की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
रामनगर में बिरजू मयाल के खिलाफ एक और गंभीर केस, महिला ने छेड़खानी और जान से मारने की धमकी का लगाया आरोप — BNS की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
रामनगर: सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट और रंगदारी मांगने के मामले में पहले से घिरे विवादित युवक बिरजू मयाल पर एक और गंभीर मामला दर्ज हो गया है। भरतपुरी, रामनगर निवासी एक महिला ने कोतवाली रामनगर में शिकायती पत्र देकर छेड़खानी, मारपीट, गालीगलौज और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115(2), 74, 351(3) और 252 के तहत बिरजू मयाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि बीते दिवस रात करीब 9 बजे उनका पड़ोसी बिरजू मयाल अपनी पत्नी के साथ हल्ला-गुल्ला कर रहा था। जब उन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो बिरजू ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए गाली-गलौज, मारपीट और छेड़खानी की। महिला का आरोप है कि बिरजू मयाल ने उनका हाथ पकड़कर जबरन गलत तरीके से छूने की कोशिश की।
महिला ने आगे कहा कि जब उन्होंने शोर मचाया तो उनके पति मौके पर पहुंचे और किसी तरह उन्हें छुड़ाया। इसके बावजूद, बिरजू मयाल ने उन्हें और उनके पति को बार-बार फोन कर जान से मारने की धमकी दी। महिला ने चार मोबाइल नंबरों का भी उल्लेख किया है, जिनसे लगातार वीडियो कॉल और अश्लील बातें की गईं। इसके साथ ही फेसबुक पर महिला को बदनाम करने वाली पोस्ट डालने का भी आरोप लगाया गया है।
पहले से विवादों में रहा है बिरजू मयाल
गौरतलब है कि बीते दिन भाजपा नेता दिनेश मेहरा ने भी बिरजू मयाल के खिलाफ रंगदारी मांगने और सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं व महिला कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करने का आरोप लगाया था। उस मामले में भी कोतवाली में केस दर्ज किया गया है।
पुलिस की कार्रवाई
कोतवाली पुलिस ने महिला की शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए BNS की धारा 115(2) (जान से मारने की धमकी), 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले कृत्य), 351(3) (छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न), तथा 252 (डराने-धमकाने की मंशा से पीछा करने या प्रताड़ित करने) जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या कहता है यह घटनाक्रम?
लगातार दो दिनों में दर्ज दो अलग-अलग मामलों ने बिरजू मयाल को कानूनी शिकंजे में ला खड़ा किया है। भाजपा नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन और अब स्थानीय महिला की ओर से की गई गंभीर शिकायत से साफ है कि मामला सिर्फ ऑनलाइन ट्रोलिंग का नहीं, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा से जुड़े बड़े सवाल खड़े करता है।








