उत्तराखण्ड
रामनगर निकाय चुनाव: नरेन्द्र शर्मा की तलाश में भाजपा, अंडरग्राउंड हुआ बागी!
रामनगर निकाय चुनाव: बागी उम्मीदवार की तलाश में भाजपा, शाम 4 बजे तक नाम वापसी जरूरी!
रामनगर (नैनीताल)। नगर निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को डैमेज कंट्रोल की भारी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के बागी उम्मीदवार नरेंद्र शर्मा ने भाजपा की नींद उड़ा दी है। भाजपा की पूरी कोशिश है कि आज शाम 4:00 बजे नाम वापसी की समय सीमा से पहले नरेंद्र शर्मा अपना नामांकन वापस लें।
नरेंद्र शर्मा: भाजपा के लिए सिरदर्द
नरेंद्र शर्मा ने बागी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। भाजपा को डर है कि शर्मा के मैदान में रहने से उनके आधिकारिक उम्मीदवार की राह मुश्किल हो सकती है। सांसद अनिल बलूनी और भाजपा के वरिष्ठ नेता पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी तरह शर्मा को मनाकर उनका नामांकन वापस कराया जाए।
नहीं हो रहा संपर्क, परिवार समेत भूमिगत
हालात तब और पेचीदा हो गए जब नरेंद्र शर्मा का मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया। बताया जा रहा है कि शर्मा परिवार समेत भूमिगत हो गए हैं। भाजपा नेताओं की टीम हरसंभव कोशिश कर रही है कि किसी भी तरह उनका पता लगाया जाए, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।
नाम वापसी का आखिरी मौका
चुनाव आयोग के अनुसार, आज शाम 4:00 बजे नामांकन वापसी की अंतिम समय सीमा है। इसके बाद मैदान में उतरे उम्मीदवारों की सूची अंतिम मानी जाएगी। भाजपा को उम्मीद है कि समय रहते शर्मा से संपर्क स्थापित कर उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए राजी कर लिया जाएगा।
भाजपा के लिए बड़ा सवाल
भाजपा के सामने इस वक्त सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर नरेंद्र शर्मा मैदान में बने रहते हैं तो क्या पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार जीत दर्ज कर पाएगा? पार्टी के लिए यह मामला सिर्फ रामनगर का नहीं, बल्कि राज्य में उसके राजनीतिक दबदबे का सवाल भी बन चुका है।
क्या भाजपा कर पाएगी डैमेज कंट्रोल?
अब देखना होगा कि भाजपा की कोशिशें रंग लाती हैं या नहीं। शाम 4 बजे तक का समय पार्टी के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। नरेंद्र शर्मा का फैसला न केवल भाजपा की रणनीति बल्कि रामनगर निकाय चुनाव के नतीजों पर भी गहरा असर डालेगा।
फिलहाल सभी की नजरें भाजपा की इस संकट प्रबंधन की कवायद और नरेंद्र शर्मा के अगले कदम पर टिकी हैं।