उत्तराखण्ड
सरकार पर बरसे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, कहा-भाजपा शासन में बढ़ी महिलाओं के साथ अन्याय और अत्याचार की घटनाएं
देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धामी सरकार पर महिलाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है। कहा कि भाजपा राज में उत्तराखंड में लगातार महिलाओं के साथ अन्याय और अत्याचार की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई हैं।
यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सिलसिलेवार प्रकरण बताते हुए कहा कि जनपद उत्तरकाशी के पुरोला, धरासू, चिन्यालीसौड़ और डुण्डा में अनुसूचित जाति की लड़कियों के साथ बलात्कार की घटनाएं हुई और धामी सरकार ने न सिर्फ उन घटनाओं पर पर्दा डाला बच्चियों को जो राहत राशि देनी चाहिए थी, वह अभी तक नहीं दी गयी है। कहा कि पोक्सो एक्ट के तहत रेप पर 7 लाख और गैंगरेप पर 10 लाख त्वरित राहत राशि के रूप में देने का प्रावधान है। वहीं एससी/एसटी एक्ट के तहत यह राशि दोगुनी हो जाती है। जब महिला पिछड़े वर्ग यानि अनु.जाति, जनजाति की हो, परन्तु यह सभी घटनाएं 2021-22 की होने के बावजूद आजतक पीड़िताओं को कुछ भी राहत नहीं पहुंचाई गयी है। उपरोक्त घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट विज्ञप्ति के साथ संलग्न की जा रही है। जिससे कि यह साफ हो जाएगा कि भाजपा राज में बहू बेटियां कितने सुरक्षित हाथों में हैं।
माहरा ने यह भी कहा कि वह एक दिन सुनिश्चित कर मौन वृत प्रायश्चित के रूप में रखेंगे, क्योंकि पहाड़ की बेटी अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड को दस महीने से अधिक हो गया है और न्याय मिलने में विलम्ब हो रहा है। माहरा ने कहा कि हम उत्तराखण्ड वासी डबल इंजन सरकार और प्रचण्ड बहुमत की सरकार के सामने इस लडाई में कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं। कहा कि भाजपा तो यही चाहती है कि जनता का ध्यान बेटियों के मुद्दे से भटका रहे और कुत्सित षड़यन्त्र के चलते वह अर्नगल झूठ फहलाकर अंकिता हत्याकाण्ड के दोषियों को बचाने का रास्ता बना सके।
माहरा ने कहा कि हम अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कृतसंकल्पित और प्रतिबद्ध है, हम इतनी जल्दी हार मानने वालों में से नहीं हैं, अंकिता को न्याय दिलाने के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा, परन्तु उत्तराखंड की जनता ने भाजपा को जरूरत से ज्यादा बहुमत देकर उसे निरंकुश संवेदनहीन और बेलगाम कर दिया है, सत्ता को न आज अंकिता भण्डारी दिख रही है न ही उसके माता पिता के आंसू। पत्रकार वार्ता में महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दर्शन लाल, प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, अमरजीत सिंह, महामंत्री नवीन जोशी, नीरज त्यागी, उपस्थित थे।