उत्तराखण्ड
बजट सत्रः सदन अंदर और बाहर विपक्ष का हंगामा, विधायक निलंबित
देहरादून। उत्तराखंड बजट सत्र के दूसरे दिन भराड़ीसैंण में सदन के बाहर और अंदर विपक्ष सरकार पर जमकर गरजा। कांग्रेसी विधायकों ने विधान सभा भवन के मुख्य गेट पर हाथों में गन्ना लेकर प्रदर्शन किया। वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को घेरने का काम किया। हंगामे के बीच कांग्रेस विधायकों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया।
उत्तराखंड बजट सत्र की दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायक गन्ने का बकाया मूल्य भुगतान की मांग को लेकर हाथों में गन्ना लेकर पहुंचे और प्रदर्शन करते हुए विधान सभा में प्रवेश का प्रयास किया। जिन्हें पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान कांग्रेस का कहना है कि जहां एक ओर गन्ने के दाम को नहीं बढ़ाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर खर्चे आसमान छू रहे हैं। सदन के भीतर भी कांग्रेस के विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के सभी विधायकों को निलंबित कर दिया। कांग्रेस के विधायकों को पूरे दिन के लिए निलंबित किया गया है। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के तेवर तल्ख नजर आए। सबसे पहले विपक्ष ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। मंगलवार को कांग्रेस विधायक बड़ी संख्या में विधानसभा भवन के मुख्य गेट पर पहुंचे और विधायकों ने लेकर हाथों में गन्ना लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोका।
इस अवसर पर कांग्रेस विधायक यशपाल आर्य ने कहा कि चंद देसी विदेशी विराटाकार कंपनियों के मुनाफे के लिए पहले सरकार ने देश की संपत्ति, सार्वजनिक क्षेत्रों, जल, जंगल प्रकृति को उन्हें सौंपा, उसके बाद बैंकों सहित वित्तीय संस्थाओं को ठिकाने लगाया, अब इनकी निगाहें देश की खेती और किसानी पर लगी हुयी हैं। डीएपी, डीएपी पोटास, एनपीके, खाद डीजल, सहित पेस्टीसाइड पर भारी कीमत बढ़ाने के बाद भी सरकार गन्ना समर्थन मूल्य घोषित नहीं कर पा रही है।धामी जी इससे सरकार का क्या लाभ है या बिगड़ रहा है कि वह गन्ना समर्थन मूल्य घोषित नहीं कर पा रही है। यह गन्ना किसानों के साथ सरकार द्वारा किया जा रहा बड़ा क्रूर मजाक है।