उत्तराखण्ड
अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्ष की हिदायत, जनता के प्रति गंभीर रहें अफसर
बागेश्वर। अनुसूचित जनजाति के लोगों को सभी सुविधाएं देने के साथ ही उनके सामाजिक व आर्थिक विकास के लिए विभाग कार्य करे। साथ ही प्राप्त समस्याओं व शिकायतों पर प्राथमिकता तय करते हुए उनका निराकरण सुनिश्चित किया जाए। यह बात अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्ष लीलावती राणा ने विकास भवन, बागेश्वर में अधिकारियों की बैठक लेते कही।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति के लिए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचने के साथ ही पात्रों को समय से योजनाओं का लाभ मिले और किसी भी प्रकार का उत्पीड़न न हो। कहा कि आयोग निंरतर मामलों पर सुनवाई करता है। आयोग के समक्ष किसी भी अधिकारी के खिलाफ शिकायत नहीं आनी चाहिए। यदि शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग योजना प्रस्तावित करते समय अनुसूचित जनजाति के लोगों के हितों का विषेश ध्यान रखे। उद्योग विभाग के माध्यम से दन, कालीन इत्यादि बुनकरों के लिए प्रषिक्षण की व्यवस्था की जाय। उन्होंने पिछले पांच वर्ष में जनजाति गांवों में हुए विकास कार्यो की सूची भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि विभाग जांच प्रकरण वाले मामलों की रिपोर्ट समय से आयोग को भेजे, ताकि समस्याओं का निराकरण समय से हो सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी उद्देश्य है कि अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति मुख्य धारा से जुड़ें।
इस दौरान आयोग के अध्यक्ष द्वारा जनजाति लोंगो की समस्याओं को भी सुना। इस दौरान समाज कल्याण, जल संस्थान, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, ग्राम्य विकास, कृशि, उद्यान, शिक्षा, वन, सहकारिता, मत्स्य, सिंचाई आदि विभागों द्वारा अनुसूचित जनजाति के कल्याण हेतु किए जा रहे कार्यों और योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का क्रियान्वयन बिना किसी भेदभाव के हो, इसका अधिकारी विशेष ध्यान दे। उन्होंने जनजाति आयोग के अध्यक्ष को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रस्तावित योजनाओं में अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों के लिए विषेश ध्यान देते हुए योजनाओं की जानकारी के लिए शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा। बैठक में सचिव अनुसूचित जनजाति आयोग सुरेंद्र सिंह राणा, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, पुलिस उपाधीक्षक एसएस राणा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, युवा कल्याण अधिकारी अर्जुन सिंह रावत, पशु चिकित्साधिकारी डॉ कमल पंत, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी, कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. नवीन जोशी, अधि.अभि. जल संस्थान सीएस देवडी, सिंचाई एमएम बिष्ट, मत्स्य अधिकारी मनोज मियान, परियोजना अधिकारी उरेडा मयंक नौटियाल, जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम सहित अन्य विभाागों के अधिकारी मौजूद थे।