उत्तराखण्ड
‘जन वन महोत्सव’ में मुख्यमंत्री धामी की घोषणाएँ — विकास और पर्यावरण संतुलन पर दिया जोर
राज्य स्थापना की रजत जयंती पर ‘जन वन महोत्सव’ में मुख्यमंत्री धामी की घोषणाएँ — विकास और पर्यावरण संतुलन पर दिया जोर
रामनगर, 06 नवम्बर 2025 | एटम बम न्यूज़
उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर रामनगर में आयोजित राज्य स्तरीय “जन वन महोत्सव” का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्वलित कर किया। आयोजन का उद्देश्य था — जनता और जंगलों के बीच घटते रिश्तों को फिर से जोड़ना और नई पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “प्रकृति का संरक्षण हमारे संस्कारों में निहित है, लेकिन विकास तभी सार्थक है जब पारिस्थितिकी और आर्थिकी के बीच संतुलन बना रहे।” उन्होंने स्वीकार किया कि आधुनिक विकास की दौड़ में इंसान और जंगल के बीच की दूरी बढ़ी है, जिसे भरने की जिम्मेदारी अब समाज की है।

चिपको आंदोलन का जिक्र — महिलाओं की भूमिका को सराहा
मुख्यमंत्री ने 1973 के चमोली जिले में हुए चिपको आंदोलन को याद करते हुए कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं ने उस दौर में जो संदेश दिया था, उसने विश्व को पर्यावरण संरक्षण की नई सोच दी। उन्होंने कहा, “पेड़ों से लिपटकर पहाड़ की महिलाओं ने जो संघर्ष किया, वही आज भी पर्यावरण की रक्षा की प्रेरणा है।”

राज्य की पहचान — प्रकृति, संस्कृति और विकास का त्रिकोण
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 वर्षों में उत्तराखंड ने विकास और पर्यावरण के बीच सामंजस्य बनाए रखने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में वन्य जीव संरक्षण और इको-टूरिज्म को रोजगार से जोड़ने के प्रयास जारी हैं।
हालांकि उन्होंने यह भी माना कि इकोलॉजी, इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी के बीच संतुलन बनाए रखना अब पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है।
इको-टूरिज्म और रोजगार की दिशा में योजनाएँ
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि बिजरानी, गिरिजा और ढिकुली जोन को आधुनिक रूप में विकसित किया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है।
उन्होंने कहा कि नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर जैसे नए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि युवा आत्मनिर्भर बन सकें।
बच्चों में पर्यावरण चेतना — भविष्य की पूंजी
नगर वन में बच्चों की बनाई चित्रकला और कलाकृतियों का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “बच्चों में प्रकृति के प्रति प्रेम जगाना ही हमारी असली पूंजी है।” उन्होंने विद्यालयों को ऐसे प्रयासों को प्रोत्साहित करने की बात कही।
मुख्यमंत्री की क्षेत्रीय विकास संबंधी घोषणाएँ
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में रामनगर क्षेत्र से जुड़ी कई घोषणाएँ भी कीं —
- ग्राम लेटी –चोपड़ा को नए राजस्व ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा।
- ग्राम भलौन में सिंचाई और पेयजल ट्यूबवेल की स्थापना की जाएगी।
- तुमड़िया रोड को मालधन से जोड़ा जाएगा।
- पर्यटन सत्र 2025–26 में महिला जिप्सी चालकों के विशेष प्रशिक्षण के बाद पंजीकरण पूरे किए जाएंगे।
- नगर वन में लाइट एंड साउंड शो शीघ्र प्रारंभ होगा।
- स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सामुदायिक सोवेनियर शॉप का निर्माण किया जाएगा।

वन मंत्री और अधिकारियों के वक्तव्य
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वन विभाग केवल संरक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि आजीविका बढ़ाने के नए रास्ते भी खोल रहा है।
प्रमुख सचिव वन आर.के. सुधांशु ने मानव–वन्य जीव संघर्ष की रोकथाम और नई संरक्षण योजनाओं की जानकारी दी।
मां के नाम एक पेड़
मुख्यमंत्री ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधा भी रोपा।
उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रकृति को सम्मान देने और परिवार से जुड़ी जिम्मेदारी को समझाने का प्रतीक है।
कार्यक्रम में विधायक दीवान सिंह बिष्ट, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. समीर सिन्हा, नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम, डीएम ललित मोहन रयाल और एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और विद्यार्थी मौजूद रहे।









