उत्तराखण्ड
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बस हादसे के बाद राज्य स्थापना कार्यक्रमों को सादगी से मनाने का निर्णय लिया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों को सादगी से मनाने का फैसला किया है। यह निर्णय सोमवार को मार्चुला में हुए बस हादसे को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जिसमें कई लोग हताहत हुए थे। मुख्यमंत्री ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त बसों की आवश्यकता का आकलन किया जाए। उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार नए वाहनों की खरीद कर पर्वतीय क्षेत्रों में बसें उपलब्ध कराई जाएं। त्योहारों के दृष्टिगत भी उन क्षेत्रों में बसों की व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए जहां इसकी अधिक आवश्यकता हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि इस तरह की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाने के निर्देश पहले ही दिए थे और अब संबंधित अधिकारियों से लापरवाही बरतने के मामले में जवाब-तलब करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में अपने माता-पिता को खोने वाली बेटी शिवानी की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार द्वारा उठाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शिवानी को जीवन में आगे बढ़ने के लिए हर संभव सहायता दी जाएगी ताकि वह अपने माता-पिता के सपनों को साकार कर सके। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे में लापरवाही बरतने वाले चौकी प्रभारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 8 नवंबर को प्रस्तावित सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। प्रदेशभर में सेवा और स्वच्छता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, राज्य स्थापना दिवस के दौरान आयोजित होने वाले बड़े समारोहों, लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे।
इस बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान और महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी भी उपस्थित थे।