उत्तराखण्ड
मानसून सत्र का पहला दिन: दिवंगत नेताओं के सम्मान में मुख्यमंत्री की भावुक अभिव्यक्ति
गैरसैंण (भराड़ीसैंण) – विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन, केदारनाथ की विधायक स्वर्गीय शैला रानी रावत और चंपावत के पूर्व विधायक स्वर्गीय कैलाश चंद्र गहतोड़ी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वर्गीय नेताओं के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं और उनके योगदान को याद किया।
मुख्यमंत्री ने स्व. शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के लोगों के संघर्षों में हमेशा साथ खड़ी रहीं। उनका निधन क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि स्व. शैलारानी रावत एक प्रखर नेत्री थीं जो राज्य और क्षेत्र के मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से उठाती थीं। उनके कार्य हमेशा समाज सेवा और जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। मुख्यमंत्री ने उनके साथ जुड़ी यादों को साझा करते हुए कहा कि वे हमेशा एक छोटे भाई की तरह स्नेह प्रदान करती थीं। उन्होंने 2013 की केदारनाथ आपदा के समय भी सक्रिय रूप से काम किया, जब वह विधायक नहीं थीं।
वहीं, मुख्यमंत्री ने चंपावत के पूर्व विधायक स्व. कैलाश चंद्र गहतोड़ी को भी याद किया। उन्होंने स्व. गहतोड़ी के निधन को व्यक्तिगत रूप से एक गहरा आघात बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. गहतोड़ी चंपावत क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह समर्पित रहे और उनका त्याग और बड़प्पन सदा याद रहेगा। उन्होंने कहा कि स्व. गहतोड़ी ने चंपावत सीट खाली कर मुख्यमंत्री धामी को चुनाव लड़ने का मौका दिया, जिसे वह कभी नहीं भूल सकते।
इस सत्र के दौरान दोनों दिवंगत नेताओं को सदन ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को नमन किया।