उत्तराखण्ड
चौकीदार ने किया संपत्ति हड़पने का प्रयास, रिटायर्ड एयर फोर्स विंग कमांडर ने दर्ज कराई शिकायत
नैनीताल के रामनगर स्थित भवानीपुर खुल्वे गाँव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक रिटायर्ड एयर फोर्स विंग कमांडर, कुलदीप शिवा की संपत्ति को उसी के चौकीदार द्वारा हड़पने का प्रयास किया गया। यह मामला शिवा फार्म का है, जो कुलदीप शिवा की निजी संपत्ति है और जिसे कई सालों से तरसेम लाल नामक व्यक्ति और उसकी पत्नी देखरेख कर रहे थे।
मामला कैसे हुआ उजागर?
शिवा ने कई वर्षों पहले तरसेम लाल को अपने फार्म में काम पर रखा था, जो पहले टोकरी बनाने का काम करता था। बाद में उसकी पत्नी सुनीता को फार्म की चौकीदारी और खेती के ठेके का काम सौंप दिया गया। रिटायर्ड विंग कमांडर कुलदीप शिवा ज्यादातर समय देहरादून में रहते थे, इसलिए उन्होंने फार्म के कामकाज की ज़िम्मेदारी सुनीता को सौंप रखी थी और पावर ऑफ अटॉर्नी भी दे दी थी। हालांकि, उनका कहना है कि सुनीता ने इस पावर ऑफ अटॉर्नी का दुरुपयोग किया और फार्म की संपत्ति पर कब्जा करने का प्रयास शुरू कर दिया।
मूर्तियों की स्थापना का विवाद
शुरू में कुलदीप शिवा ने हरिद्वार से एक माता शेरा वाली की मूर्ति लाकर अपने शिवा फार्म में स्थापित की थी, लेकिन उनकी अनुपस्थिति के कारण मूर्ति की नियमित पूजा नहीं हो पाती थी। उन्होंने पड़ोसी ग्रामीणों की सलाह पर वह मूर्ति गाँव के एक अन्य मंदिर में स्थानांतरित कर दी थी।
लेकिन 2018 के आस-पास, सुनीता और उसके परिवार ने बिना अनुमति के शिवा फार्म में कई देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित कर दीं। आरोप है कि उन्होंने यह सब धार्मिक कर्मकांड की आड़ में पैसा कमाने और फार्म की संपत्ति पर कब्जा करने के इरादे से किया। इसके बाद, सुनीता ने फार्म की फसल का पैसा भी पिछले दो साल से नहीं दिया और बिजली, पानी और सोसाइटी के बिल का भुगतान भी नहीं किया।
गुप्त तरीके से संपत्ति हड़पने की कोशिश
कुलदीप शिवा का आरोप है कि सुनीता ने उनकी गैरमौजूदगी का फायदा उठाकर शिवा फार्म को अपने नाम करने के लिए गुपचुप तरीके से काशीपुर स्थित बंदोबस्ती विभाग में आवेदन किया। जब इस मामले की जानकारी शिवा को मिली, तो उन्होंने सुनीता और उसके परिवार को फार्म से हटा दिया। हालांकि, अब सुनीता वहां बने मंदिर में पूजा करने का बहाना बनाकर फार्म में घुसने की कोशिश कर रही है। बंदोबस्ती विभाग से यथास्थिति का आदेश लेकर सुनीता और उसके परिवार ने फार्म के अंदर प्रवेश किया, लेकिन पुलिस की दखल के बाद उन्हें बाहर निकाल दिया गया।
भू माफिया कहे जाने पर नाराजगी
एयर फोर्स के रिटायर्ड विंग कमांडर कुलदीप शिवा ने आरोप लगाया है कि उनकी निजी संपत्ति पर मंदिर और भंडारे के नाम पर स्थानीय लोगों को भड़काया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ भू माफिया जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि पूरी तरह से गलत और निराधार है।
कुलदीप शिवा ने “एटम बम” के संपादक से बातचीत में कहा, “मैं एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी हूँ और साथ ही एक किसान भी, लेकिन कुछ लोग मुझे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।”
भारतीय किसान यूनियन का समर्थन
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमनदीप सिंह संधू ने कुलदीप शिवा के समर्थन में बयान जारी किया और कहा कि किसी किसान को भू माफिया कहना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि किसान यूनियन ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगी जो किसानों की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश करेगा।
इस मामले पर कुलदीप शिवा को समर्थन देने के लिए भूपेंद्र सिंह, अमरजीत सिंह संगा, अतरजीत सिंह, इंदर सहोता, अमरीक सिंह कुन्नर, राहुल शिवा, गुरभेज सिंह, परमजीत सिंह पम्मा, सोनू सिंह और सोहन सिंह सहित कई स्थानीय लोग मौजूद थे।
नतीजा
यह मामला संपत्ति विवाद और धार्मिक भावनाओं के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है, जिसमें एक पूर्व सैन्य अधिकारी को अपनी ही संपत्ति की सुरक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई की उम्मीद है।