उत्तराखण्ड
टनल हादसे पर कांग्रेस को भाजपा की सलाह- नाजुक वक्त पर गंभीरता का परिचय देने की जरूरत
देहरादून। भाजपा ने कहा कि सरकार की पहली प्रथमिकता सुरंग मे फंसे लोगों को बाहर निकालने की है और इसके लिए देश विदेश के विशेषज्ञों की टीम रात दिन जुटी हुई है, लेकिन कांग्रेस हादसे के कारणों की जांच और कार्यवाही की मांग को लेकर अधिक उत्तेजित है। उसे श्रमिकों की फिक्र कम और राजनैतिक अवसर अधिक नजर आ रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि जिन विंदुओं पर कांग्रेस आरोप प्रत्यारोप कर रही है उस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रेस्क्यू अभियान के निरीक्षण के दौरान स्पष्ट कर चुके हैं कि निर्माण कार्यों की जाँच की जायेगी। केंद्रीय मंत्री सुरंग निर्माण और सुरक्षा मानकों को लेकर पहले ही स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। सीएम पहले ही कमेटी का गठन कर चुके हैं। चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार घटना का प्रतिदिन अपडेट ले रहे और मुख्यमंत्री रेस्क्यू कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ऐसे मे प्रभारी मंत्री के क्षेत्र मे न होने की फिजूल चर्चा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों मे शुरुआत से ही तत्परता बरती गयी और श्रमिकों तक आक्सीजन और दवाइयाँ पहुंचाई गयी जिसका नतीजा यह है कि वह स्वस्थ है और रेस्क्यू के लिए समय उपलब्ध हो पाया।
उन्होंने कहा कि एक और कांग्रेस श्रमिकों की कुशलता के लिए हवन यज्ञ का आयोजन कर रही है तो दूसरी ओर घटना स्थल पर जाकर तरह तरह की भ्रामक जानकारियां परोस कर बाहर परिजनों के मनोबल पर असर डाल रही है। हालांकि सरकार भीतर फंसे श्रमिकों को मनोचिकितस्कीय सुविधा मुहैया करा रही है। ऐसे नाजुक वक्त पर कांग्रेस को गंभीरता का परिचय देने की जरूरत है। चौहान ने कहा कि कांग्रेस मामले में कोर्ट मे जाने की बात कर रही है और इसके पीछे भी उसका एजेंडा ही है। अंकिता भंडारी प्रकरण मे भी वह तमाम दुष्प्रचार के बाद कोर्ट और जन अदालत के ठुकराने के बाद ऐसा कई बार कर चुकी है। प्रदेश सरकार और केंद्र किसी भी तरह की जाँच और कार्यवाही की बात कर चुके है, लेकिन कांग्रेस की मंशा से साफ है कि उसे हर हाल मे इसे सियासी मोड देना है। सीएम पुष्कर सिंह धामी सभी परियोजनाओं की समीक्षा की बात कर चुके हैं। कांग्रेस का दुष्प्रचार एजेंडा दुर्भाग्यपूर्ण है।