उत्तराखण्ड
एस्मा लागू के विरोध में कांग्रेस उग्र—रामनगर में भाजपा सरकार का पुतला फूंका, फैसला बताया लोकतंत्र की हत्या
रामनगर। राज्य में कर्मचारियों की हड़ताल पर छह महीने का प्रतिबंध लागू किए जाने के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर “लोकतंत्र की हत्या” करने का आरोप लगाते हुए तीव्र विरोध प्रदर्शन किया और रानीखेत रोड स्थित आर्य सामान भवन के बाहर सरकार का पुतला दहन किया।
सुबह कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध मार्च निकाला। आर्य सामान भवन पहुंचकर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाकर सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश प्रकट किया।
पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता के घमंड में कर्मचारियों के संवैधानिक अधिकारों का दमन कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी वर्षों से प्रमोशन, वेतन विसंगतियों और सेवा सुधारों को लेकर आवाज उठा रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करने के बजाय एस्मा लगाकर आंदोलन को कुचलना चाहती है।
“एस्मा लागू करना कर्मचारियों की आवाज दबाने की तानाशाही कोशिश है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों की सीधी हत्या है,” रावत ने कहा। उन्होंने घोषणा की कि कांग्रेस जल्द ही इस फैसले के खिलाफ प्रदेशव्यापी जन आंदोलन शुरू करेगी।
पुतला दहन के दौरान भुवन पाण्डे, देशबंधु रावत, भुवन शर्मा, धीरज उपाध्याय, महेश पाण्डे, कमल बिष्ट, ओमप्रकाश आर्यवंशी, लईक अहमद सैफी, मंजू आर्य, जावेद खान इत्यादि कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।








