उत्तराखण्ड
संदिग्ध मामला: पुलिस इंस्पेक्टर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला अब अपने बयान से पलटी।
ऊधमसिंह नगर। यौन उत्पीड़न में निलंबित हुए जसपुर कोतवाल के मामले में अब नया मोड़ आ गया हैं। पुलिस महानिदेशक से कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वाली महिला ने पलटी मारते हुए अब कोतवाल के खिलाफ कोई कार्रवाई ना करने की मांग की हैं।
प्राप्त समाचार के मुताबिक बीते दिन जसपुर के कोतवाल अशोक कुमार के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई। पुलिस कप्तान मंजूनाथ ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देश पर जसपुर के कोतवाल अशोक कुमार को निलंबित किया हैं।
काशीपुर की एक महिला ने जसपुर कोतवाल अशोक कुमार के खिलाफ पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। महिला ने अपने साथ कोतवाल की एक वीडियो क्लिप भी दी, जिसमें कोतवाल अर्धनग्न अवस्था में एक कमरे में दिखाई दे रहे हैं साथ में वह महिला भी है।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने महिला द्वारा लगाए गए आरोप और वीडियो क्लिप के बाद आरोपी कोतवाल को निलंबित करने के निर्देश पुलिस कप्तान मंजूनाथ को दिये,जिसके बाद पुलिस कप्तान ने कोतवाल अशोक कुमार को निलंबित कर दिया। साथ ही इस मामले की जांच सीओ को सौपी है।
अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। कोतवाल अशोक कुमार पर आरोप लगाने वाली महिला अब अपने बयान से पलट गयी है। उसने कहा कि वह गुस्से में थी इसलिए उसने जसपुर कोतवाल के खिलाफ बयान दिए। अब महिला कह रही है कि उसने जसपुर कोतवाली में एक व्यक्ति के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने की शिकायत दी थी लेकिन कोतवाल से उसकी शिकायत पर सिर्फ छेड़छाड़ की धाराओं में ही मुकदमा दर्ज किया। जिससे गुस्से में आकर उसने कोतवाल अशोक कुमार पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया।
महिला ने अब पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से जसपुर के निलंबित कोतवाल पर कोई कार्रवाई न करने की अपील की है।
बहरहाल इस प्रकरण की अभी सीओ वंदना जांच पड़ताल कर रही हैं। महिला द्वारा पहले आरोप लगाना और अब आरोप वापस लेना कई सवाल खड़े करता है। महिला कहीं किसी दबाव या लालच में आकर अपने बयान को तो नहीं बदल रही है इसकी भी जाँच संभव है।कोतवाल और महिला का विडीओ क्लिप भी जांच के दायरे में हैं जो उन्होंने खुद ही बनाया।