उत्तराखण्ड
नौकरी जाने और बहाली के नाम पर ठगी के शिकार सीआरपीएफ जवान की हुई मौत, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
बाजपुर। सीआरपीएफ से बर्खास्त सिपाही से बहाली के नाम पर 32 लाख की ठगी कर ली गई। लेकिन इसके बाद न तो उसे नौकरी मिली और न ही रकम वापस लौटाई गई। इसके गम में सिपाही की मौत हो गई। इस मामले में परिजनों की ओर से पुलिस को तहरीर सौंपी गई है।
नन्दपुर नरकाटोपा, बाजपुर निवासी नीतू अग्रवाल पत्नी राजेश अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसके भाई आदेश कुमार सीआरपीएफ में सिपाही के पद पर तैनात थे। 21 अप्रैल 2021 को ड्यूटी के दौरान सीनियर कमाण्डर से अभ्रता करने पर 30 नबम्बर 2021 को उनकी सेवा समाप्त कर दी थी। एक दिन अचानक उनके पास उनके भाई के साथ सीआरपीएफ में तैनात संतोष राम का फोन आया और उसने कहा कि मैं तुम्हारे भाई को दोबारा ड्यूटी दिलवा दूंगा, जिसमें 25 लाख रुपये का खर्चा आयेगा।
नीतू अग्रवाल ने बताया कि इसके बाद उसने एक लाख रुपये नगद लिये, उसके बाद फिर 2 लाख रुपये नगद लिये और फिर उसके बाद समय-समय पर 200 बार अपने खाते में पैसे डलवाये और कुल 32 लाख रुपये ले लिये। इसी टेंशन में उनके भाई आदेश कुमार की मौत हो गई। घर में उनके पापा अकेले ही बचे हैं। देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा हैं। अब सिपाही संतोष राम पैसे नहीं लौटा रहा है। जिससे मेरे पापा डिप्रेशन में आ चुके हैं। नीतू अग्रवाल ने पुलिस से संतोष राम के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। नीतू अग्रवाल की तहरीर के आधार पर पुलिस ने संतोष राम के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसआई देवेन्द्र सिंह के हवाले की है।