उत्तराखण्ड
देहरादून पुलिस का बड़ा एक्शन: महिला तस्करों समेत 7 गिरफ्तार, लाखों का नशा बरामद
देहरादून पुलिस का बड़ा एक्शन: महिला तस्करों समेत 7 गिरफ्तार, लाखों का नशा बरामद
देहरादून। उत्तराखंड को “ड्रग्स फ्री देवभूमि” बनाने के अभियान में दून पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। एसएसपी देहरादून के निर्देशन पर चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 02 महिला तस्करों सहित 07 नशा तस्करों को दबोच लिया। इनके कब्जे से 10.79 ग्राम स्मैक, 750 ग्राम चरस, 05 किलो 11 ग्राम गांजा और 1380 नशीली गोलियां व कैप्सूल बरामद किए गए। इसके साथ ही तस्करी में प्रयुक्त 03 दुपहिया वाहन भी पुलिस ने सीज किए।
पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री के “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” के विजन को साकार करने की दिशा में की जा रही है।
ऐसे गिरे पुलिस के हत्थे नशा कारोबारी
1- पटेलनगर कोतवाली: दो महिला तस्कर गिरफ्तार
पटेलनगर पुलिस ने चेकिंग के दौरान फूलदेवी (37) और कविता (36) नामक दो महिलाओं को पकड़ा। उनके कब्जे से कुल 05 किलो 11 ग्राम गांजा बरामद हुआ। दोनों बिहार की रहने वाली हैं और फिलहाल निरंजनपुर, देहरादून में रह रही थीं। बरामद माल की कीमत करीब 1.25 लाख रुपए आंकी गई है।
2- विकासनगर: ‘गूंगा’ 6 ग्राम स्मैक के साथ दबोचा
विकासनगर पुलिस ने कुलहाल चेकपोस्ट के पास से अरशद उर्फ गूंगा (36) को 06 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। तस्करी में प्रयुक्त उसकी हीरो होंडा स्प्लेंडर मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली गई।
3- कालसी: नाई की दुकान की आड़ में धंधा
कालसी पुलिस ने सलमान (21) नामक युवक को 750 ग्राम चरस के साथ पकड़ा। आरोपी मूल रूप से सहारनपुर का रहने वाला है और हरबर्टपुर में नाई की दुकान चलाता था। पुलिस के अनुसार, वह चकराता से चरस लाकर स्थानीय स्तर पर बेचने की फिराक में था। उसके पास से अपाचे बाइक भी जब्त की गई।
4- राजपुर: स्मैक और स्कूटी जब्त
राजपुर पुलिस ने धोरण पुल के पास से सादिक अली और ओम तिवारी को पकड़ा। उनके कब्जे से 4.79 ग्राम स्मैक मिली। पुलिस ने उनकी स्कूटी (UK07 FU 9848) भी सीज कर दी।
5- डोईवाला: 1380 नशीले कैप्सूल-टैबलेट के साथ गिरफ्तार
डोईवाला पुलिस ने लच्छीवाला फ्लाईओवर के नीचे से मो. अंजार को दबोचा। उसके पास से 480 कैप्सूल, 900 से अधिक टैबलेट (कुल 1380 नशीले कैप्सूल और टैबलेट) बरामद हुए। पुलिस का कहना है कि आरोपी इन्हें सहारनपुर से लेकर आया था और इन्हें देहरादून में युवाओं, खासकर छात्रों को बेचने की फिराक में था।
पुलिस का सख्त संदेश
पुलिस ने साफ कहा है कि नशा कारोबारियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। लगातार हो रही इस तरह की कार्यवाहियां इस बात का सबूत हैं कि देवभूमि को नशे के जाल से बचाने के लिए दून पुलिस हर स्तर पर आक्रामक अभियान चला रही है।
सवाल ये है कि जब महिलाएं तक नशे के कारोबार में उतर चुकी हैं और छात्र भी इस जाल में फंस रहे हैं, तो क्या समाज अब चुप बैठ सकता है? या फिर सबको मिलकर इस जहर को जड़ से खत्म करना होगा?







