उत्तराखण्ड
डीएम के निर्देश- मैदानी क्षेत्रों में बढ़ाएं पेयजल कनेक्शन, राजस्व संग्रह के लिए उठाएं यह कदम
रूद्रपुर। राजस्व संग्रह में वृद्धि हेतु सभी विभाग अपने-अपने स्तर से अभिनव पहल करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में राजस्व संवर्धन हेतु विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए दिये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी विभागीय अधिकारी राजस्व संग्रह में वृद्धि हेतु अपने अपने स्तर से नवाचार पहल करना सुनिश्चि करें। जिलाधिकारी ने भू-राजस्व, स्टांप देय, आबकारी, व्यापार कर, परिवहन, विद्युत देय, वानिकी एवं खनन की राजस्व वसूली की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने व्यापार कर अधिकारी को निर्देश दिये कि वे जीएसटी के डिफाल्टरों, जीएसटी चोरी करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं के लिए निर्देश दिये कि वे ठेकेदार का भुगतान करने से पहले फर्म का जीएसटी रिटर्न लेना सुनिश्चित करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फर्म द्वारा सरकारी धनराशि जमा कर दी गई है।
जिलाधिकारी ने खनन विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कम से कम 15 ऐंसी बड़ी फर्म चिन्हित की जायें जिनकी आरसी कटी हुई है और वे राजस्व जमा नहीं कर रहे हैं तथा भण्डारण व स्टोन क्रेशर का संचालन कर रहें हैं ताकि उनके खिलाफ सख्ती से कार्यवाही अमल में लाई जा सके। उन्होंने राज्यकर, परिवहन, आबकारी तथा खनन विभाग के अधिकारियों को नवीनतक तकनीकि का उपयोग करने तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान तेजी से करने के निर्देश दिये। उन्होंने राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि जिला विकास प्राधिकरण द्वारा जारी की जा रही आरसी कलैक्शन पर भी निर्धारित शुल्क वसूला जाये। उन्होंने जल संस्थान के अभियंताओं को शहरी क्षेत्रों में पेयजल कनैक्शन बढ़ाने तथा प्रतिमाह प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, उप जिलाधिकारी गौरव पाण्डे, उप निदेशक खनन दिनेश कुमार, अधिशासी अभियंता विद्युत विजय सकारिया, सहायक आयुक्त स्टाम्प सुधांशु कुमार त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता सिंचाई पीसी पाण्डे आदि उपस्थित थे।