उत्तराखण्ड
सत्ता के लट्ठ तंत्र के खिलाफ रामनगर में प्रदर्शन, गिरफ्तार बेरोजगार नौजवानों की तुरंत रिहाई की मांग।
रामनगर (नैनीताल) सत्ता के लट्ठ तंत्र के खिलाफ आज रामनगर में प्रदर्शन हुआ, जिसमें लोगों ने सरकार और पुलिस के जमकर नारेबाजी की।
मामला राजधानी देहरादून में हुए बेरोज़गार नौजवानों पर पुलिसिया कार्रवाई का हैं।भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे बेरोज़गार नौजवानों पुलिस लाठी चार्ज किया गया था, कई प्रदर्शनकारी नौजवानों पर मुकदमे दर्ज कर उनको जेल में डाला है। पुलिस की इस कार्रवाई को बर्बर कार्रवाई करार देते हुए प्रदेश भर में प्रदर्शन हो रहे।प्रदर्शनकारी बेरोज़गार युवाओं पर गयी इस कार्रवाई को बर्बर और दमनकारी बताते हुए कई संगठनों ने मिलकर आज रामनगर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने लखनपुर क्रांति चौक से रानीखेत रोड,कोसी रोड, ज्वाला लाइन, कोतवाली होते हुए भगत सिंह चौक तक मार्च निकाला। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने “उत्तराखंड सरकार होश में आओ”, “नौकरी में दलाली खाना बंद करो” सहित की नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस्तीफे की भी मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह दमनकारी कार्रवाई सरकार के इशारों पर हुई। प्रदर्शनकारियों ने लाठी चार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग उठाई। जेल में बंद नौजवानों को बिना शर्त तुरंत रिहा करने की उनकी मांग है।

भगत सिंह चौक पर किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती के संचालन में हुई सभा में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी समाजवादी लोकमंच के संयोजक मुनीष कुमार, इंकलाबी मजदूर केंद्र के महासचिव रोहित रूहेला, बेरोजगार संगठन के संतोष, पछास के विनोद, उत्तराखंड छात्र संगठन की मेघा , आइसा के सुमित,सीमा, राज्य आंदोलनकारी पान सिंह नेगी ने देहरादून में बेरोजगार नौजवानों पर बर्बर लाठीचार्ज की कार्रवाई को मोदी धामी सरकार की तानाशाही बताते हुए उसे सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया व रोजगार को मौलिक अधिकार में शामिल करने की मांग की । प्रदर्शनकारीयों ने देहरादून एसएसपी एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने ,बेरोजगार नौजवानों पर दर्ज मुकदमे रद्द करने ,जेल में बंद सभी बेरोजगार नौजवानों को बिना शर्त रिहाई करने ,पेपर लीक मामले की सीबीआई या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की देखरेख में जांच करने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में सरस्वती जोशी, किरण आर्य ,तुलसी छिम्बाल, इंद्र सिंह मनराल यूकेडी, महेश जोशी,कौशल्या, एडवोकेट विक्रम सिंह मवाड़ी भाकपा माले,शिवेंद्र, हरीश पंडित, सुनील परनवाल, रईस अहमद ,लालता श्रीवास्तव, सूरज सैनी ,कमल शर्मा, दीपक सुयाल ,महेश जोशी ,कपिल शर्मा ,आंचल कश्यप, शोभा सैनी ,अलीना ,छाया, मोनिका, संतोष, सायना, खुशबू ,इकरा, शमा, पान सिंह नेगी ,विनोद ,मेघा ,सुमित ,सीमा,संतोष,रोहित रूहेला,मुनीष कुमार, प्रभात ध्यानी, ललित उप्रेती सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।




 


 
																						
 
									 
																							 
									 
																							 
									 
																							 
									 
																							 
									 
																							


 
						 
						 
						 
						 
						 
						 
						