उत्तराखण्ड
राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के लिए चयनित भूमि का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने नगर के नजदीक अमसरकोट के समीप राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इसी सप्ताह भूमि का भूगर्भ वैज्ञानिक से निरीक्षण करवा लिया जाय तथा सभी सुविधाओं के साथ भवन का आंगणन बनाकर धन स्वीकृति की कार्रवाई प्रारंभ की जाय।
कहा कि यह कार्य मुख्यमंत्री घोशणा के तहत है, जिस पर गंभीरता से त्वरित गति से कार्य की आवयकता है। सीएम घोशणा के तहत जौलकांडे मार्ग में अमसरकोट में स्वीकृत राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के भवन की प्रस्तावित भूमि का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी मोनिका ने बताया कि विद्यालय भवन के लिए 90 नाली वन पंचायत व दस नाली वन विभाग की भूमि चयनित है, जो कि हस्तांतरण के तहत प्रक्रिया में है। मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सिंह सोन ने बताया कि राजीव गांधी नवोदय विद्यालय मुख्यमंत्री घोशणा में सम्मिलित है। पूर्व में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर रूफ एंड ब्रिज कंपनी तथा ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा इसका निरीक्षण करके आंगणन बनाया गया। जिसमें रूफ एंड ब्रिज कंपनी ने 88 करोड़ का आंगणन बनाया है, जबकि ग्रामीण निर्माण विभाग ने 23.59 करोड का आंगणन बनाया है, जो कि षासन को भेजा गया है।
विद्यालय में 210 बच्चों के रहने व पढ़ने के साथ ही खेल मैदान, पेयजल, विद्युत आदि सुविधाओं को दर्ज किया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालय में सभी सुविधाओं का आंगणन में ख्याल रखा जाय तथा शीघ्र भूमि का भूगर्भ वैज्ञानिक से निरीक्षण करवाकर रिपोर्ट मांगी जाय। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे रूफ एंड ब्रिज तथा ग्रामीण निर्माण विभाग के आंगणन का अध्ययन कर ले, कि उसमें सभी आवश्यक सुविधाओं को अंकित किया गया है। कहा कि यह कार्य जनपद की आवश्यकता के साथ ही मुख्यमंत्री घोशणा में शामिल है, इसलिए इस पर शीघ्र कार्यवाही करके उनके स्तर से शासन को भेजा जाय। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी मोनिका, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, प्रधानाचार्य राजीव गांधी नवोदय विद्यालय बीडी पांडे, तहसीलदार दीपिका आर्या, सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग सुनील दत्ताल सहित राजस्व उप निरीक्षक मौजूद रहे।