उत्तराखण्ड
“नशा नहीं, इलाज दो” अभियान के तहत महिला एकता मंच ने तेज किया आंदोलन, 16 अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा
“नशा नहीं, इलाज दो” अभियान के तहत महिला एकता मंच ने तेज किया आंदोलन, 16 अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा
रामनगर, एटम बम डेस्क
“नशा नहीं, इलाज दो” अभियान के तहत महिला एकता मंच ने मालधन नं 6 में एक अहम बैठक कर आगामी दिनों में आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है। बैठक में तय किया गया कि क्षेत्र में संचालित शराब की दुकान को बंद कराने के लिए चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
महिलाओं ने निर्णय लिया कि 11 अप्रैल को रामनगर उपजिलाधिकारी और आबकारी अधिकारी का घेराव कर एक मांगपत्र सौंपा जाएगा। इसके बाद 15 अप्रैल को मालधन क्षेत्र में शराब दुकान के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। वहीं, 16 अप्रैल को दिन में 11 बजे शराब की दुकान के सामने जुलूस निकालकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा।
बैठक में मौजूद महिलाओं ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में बेरोज़गारी चरम पर है, सरकारी अस्पतालों में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड जैसी बुनियादी सुविधाएं और चिकित्सकों का अभाव है, लेकिन सरकार जनता की समस्याओं को हल करने के बजाय नशे को बढ़ावा देकर समाज को गर्त में धकेल रही है।
महिलाओं ने मुख्यमंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार देने का वादा किया था, शराब बेचने का नहीं। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री जनता से किए गए वादों को निभाएं, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएं और युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराएं।
इस बैठक में सरस्वती जोशी, कविता, भगवती आर्य, पुष्पा, विनीता टम्टा, पिंकी, ममता, देवी, सावित्री, मन्जू देवी, सिवानी, सीमा देवी, पूजा, रजनी, बीना, मीना, परुली समेत बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने का संकल्प लिया।
‘महिला एकता मंच’ की यह मुहिम अब जनांदोलन का रूप लेने की ओर बढ़ रही है, और स्थानीय प्रशासन व सरकार के लिए यह एक गंभीर चेतावनी है कि यदि जनता की आवाज़ नहीं सुनी गई, तो यह विरोध और अधिक व्यापक रूप ले सकता है।




