उत्तराखण्ड
भारी बारिश में भी नहीं डगमगाया हौसला: बागजाला में 51वें दिन भी जारी रहा अनिश्चितकालीन धरना
भारी बारिश में भी नहीं डगमगाया हौसला: बागजाला में 51वें दिन भी जारी रहा अनिश्चितकालीन धरना
हल्द्वानी।
भारी बारिश और खराब मौसम भी बागजाला गांव के लोगों के हौसले को कमजोर नहीं कर पाई। गांव के मालिकाना हक, निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने और पंचायत चुनावों के अधिकार बहाल करने सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को 51वें दिन भी जारी रहा।
धरना स्थल पर पहुंचे भाकपा (माले) के राज्य सचिव कामरेड इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि उत्तराखंड से लेकर बिहार तक सरकारी जमीनें पूंजीपतियों को कौड़ियों के भाव लुटाई जा रही हैं। दशकों से बसे लोगों को उजाड़ने की कोशिश इसलिए की जा रही है ताकि इन जमीनों को कॉर्पोरेट घरानों को सौंपा जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनसंघर्ष ही एकमात्र रास्ता है।
मैखुरी ने कहा कि सरकारें जनता की नहीं, चंद पूंजीपतियों की सेवा में लगी हैं। बागजाला जैसे गांवों की आवाज़ अगर आज नहीं उठाई गई, तो आने वाले वक्त में हर गांव, हर खेत, हर ज़मीन किसी न किसी उद्योगपति के कब्जे में होगी।
धरना स्थल पर आज इंद्रेश मैखुरी, आनंद सिंह नेगी, डा. कैलाश पांडेय, विमला देवी, वेद प्रकाश, हेमा देवी, दीवान सिंह बर्गली, प्रेम सिंह नयाल, मीना भट्ट, अनीता अन्ना, गोपाल सिंह बिष्ट, हरक सिंह, ऋषि मटियाली, महेन्द्र आर्य, नंदी देवी, रेखा देवी, पार्वती देवी, दौलत सिंह कुंजवाल, दीवान राम, सुनीता देवी, भोला सिंह, नसीम अहमद, सुनीता रावत, शांति देवी, शोभा, दिव्या आर्य, मन्नू देवी, देवकी देवी, मारूफ अली, दिनेश चन्द्र, बैजंती देवी सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।
धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा — बारिश हो या तूफ़ान, अब पीछे हटना नहीं।




