उत्तराखण्ड
रामनगर: फॉरेस्टर की पिटाई करने वाले पांच युवक गिरफ्तार
रामनगर वन प्रभाग के देचौरी रेंज स्थित क्यारी गांव की खिचड़ी नदी में एक चौंकाने वाली घटना घटी है। युवकों द्वारा नदी में नहाने और हुड़दंग मचाने के दौरान, जब एक फॉरेस्टर ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उसकी लात-घूंसों से पिटाई कर दी गई। इस हमले में फॉरेस्टर विजेंद्र सिंह चौहान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद, हमलावर युवक घायल फॉरेस्टर को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गए।
यह घटना तब हुई जब फॉरेस्टर विजेंद्र सिंह चौहान अपनी नियमित ड्यूटी के दौरान खिचड़ी नदी के पास पहुंचे। वहां कुछ युवक नदी में नहा रहे थे और शांति व्यवस्था भंग कर रहे थे। फॉरेस्टर ने उन्हें नदी में नहाने और वहां हुड़दंग मचाने से रोका, लेकिन युवकों ने इसका विरोध करते हुए फॉरेस्टर पर हमला कर दिया। लात-घूंसों से मारपीट के कारण फॉरेस्टर की हालत इतनी बिगड़ गई कि वे अधमरे हो गए।
घटना के तुरंत बाद, फॉरेस्टर ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने पांच नामजद युवकों के खिलाफ तहरीर दी, जिनमें सानिध्य चौधरी, तन्मय भट्ट, अभिमन्यु चौधरी, संजय कुमार यादव और शशांक कुमार के नाम शामिल हैं। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए पांचों आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार युवकों की पहचान स्थानीय निवासियों के रूप में की गई है, जो अक्सर नदी के किनारे इकट्ठा होकर मस्ती करते थे। वन विभाग ने मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए, आरोपियों की पांच बाइक भी जब्त कर ली हैं।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं वन क्षेत्र में कानून व्यवस्था को खतरे में डालती हैं। वन क्षेत्र में अनुशासन बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए यह जरूरी है कि नियमों का पालन किया जाए।
घायल फॉरेस्टर विजेंद्र सिंह चौहान को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि दोषियों को सख्त सजा मिले।
इस घटना ने रामनगर के वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और जंगल और वन क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।