उत्तराखण्ड
मिलिट्री कैंट से विद्युत पोल पर किया हाथ साफ, तीन संविदा कर्मियों समेत चार गिरफ्तार
रायवाला। थाना रायवाला पुलिस ने रायवाला मिलिट्री स्टेशन से बिजली के पोल व अन्य सामान चोरी कर ले जाते चार युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन युवक ऊर्जा निगम रायवाला उपखंड में संविदा कर्मी हैं। पुलिस के अनुसार इन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस(एमईएस) के अवर अभियंता से मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस अवर अभियंता की तलाश कर रही है।
रायवाला के थानाध्यक्ष कुलदीप पन्त के अनुसार रायवाला मिलिट्री कैंट के मुख्य गेट पर तैनात मिलिट्री पुलिस के गनर प्रवीण यादव ने तहरीर देकर बताया कि वह मुख्य गेट पर तैनात था। इस दौरान छावनी के भीतर से एक छोटा हाथी लोडर वाहन कुछ लोहे का सामान लेकर आया। वाहन में चालक सहित चार लोग सवार थे। गेट पर वाहन को रोककर तलाशी ली गयी। वाहन में बिजली के कटे हुए पोल, गैस सिलेंडर, गैस कटर और इलेक्ट्रिक वायर रखे थे।
पूछताछ में पता चला कि यह सामान आर्मी कैंपस से लाया गया और बेचने के लिए बाहर लेकर जा रहे हैं। युवकों ने बताया कि उन्होंने यह सामान एमईएस के अवर अभियंता डिसिल्वा की मदद से चोरी किया है। प्रवीण यादव की लिखित शिकायत के बाद रायवाला पुलिस ने लोडर वाहन चालक शाबुद्दीन निवासी सराय ज्वालापुर हरिद्वार, आनंद कुमार उर्फ प्रहलाद निवासी प्रतीतनगर रायवाला, धनवान सिंह रावत निवासी होशियारी मंदिर प्रतीतनगर और शुभम राणा निवासी रायवाला गांव के विरुद्ध सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जिन्हें न्यायालय ने पुलिस अभिरक्षा में चारों को जेल भेज दिया है। जबकि लोडर वाहन को सीज कर दिया है।
इस मामले में वांछित चल रहे एमईएस के जेई डिसिल्वा की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि आनन्द कुमार उर्फ प्रहलाद, धनवान सिंह रावत व शुभम राणा ऊर्जा निगम के रायवाला उपखंड में संविदा पर तैनात हैं और बिजली की लाइन ठीक करने के नाम पर आर्मी कैंट के भीतर गए थे। इस सम्बन्ध में उर्जा निगम के सहायक अभियन्ता राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि चोरी कर लाए जा रहे पोल ऊर्जा निगम के हैं या एमईएस के अभी कह पाना सम्भव नहीं है। विभागीय प्रावधान के अनुसार क्षतिग्रस्त पोलों को विभागीय गोदाम तक पहुंचाने कि जिम्मेदारी विभागीय ठेकेदार की होती है।