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उत्तराखण्ड

“हैरी पॉटर से एनी फ्रैंक तक – बच्चों ने कहानियों को मंच पर किया जीवंत”

 

शाइनिंग स्टार स्कूल में “द स्पेक्ट्रम ऑफ़ चिल्ड्रन्स लिटरेचर” सेमिनार का हुआ समापन — बच्चों ने साहित्य की दुनिया को नए अंदाज़ में किया जीवंत

रामनगर।
शाइनिंग स्टार स्कूल में दो दिनों तक चले साहित्यिक आयोजन “द स्पेक्ट्रम ऑफ़ चिल्ड्रन्स लिटरेचर” का समापन शनिवार, 8 नवंबर 2025 को उत्साह और ज्ञान से भरे माहौल में हुआ। इस इवेंट ने छात्रों को न सिर्फ़ साहित्य के विभिन्न पहलुओं से जोड़ा, बल्कि स्क्रिप्टिंग, नरेशन, लॉजिस्टिक्स, प्रेज़ेंटेशन डिज़ाइनिंग और ऑडियंस इंटरेक्शन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा पहचानने और निखारने का मौका भी दिया।

कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों से यह साबित किया कि साहित्य केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि यह सोच, कल्पना और संवेदनाओं का जीवंत रूप है। मंच पर हर टीम ने अपने विषय को अनोखे ढंग से पेश किया — कभी जोश और ड्रामा के साथ, तो कभी भावनाओं और आत्मचिंतन के माध्यम से।

तीन टीमों ने दिखाई साहित्य की तीन अनोखी दुनिया

🔹 जे.के. रोलिंग की “हैरी पॉटर”
कृतिका राणा की गाइडेंस में इशिता बिष्ट और सुखजोत कौर के नेतृत्व वाली टीम ने दर्शकों को हिम्मत, दोस्ती और कल्पना की जादुई दुनिया में ले गई। ओजस्वी, रिद्धिमा, आयुषी जलाल और सिद्धार्थ ने अपने ड्रामेटिक एक्सप्रेशन्स, संवाद और बैकग्राउंड इफेक्ट्स के माध्यम से मंच को एक असली जादुई स्कूल में बदल दिया। दर्शक मानो खुद हॉगवर्ट्स की गलियों में पहुंच गए हों।

🔹 एनी फ्रैंक की “द डायरी ऑफ़ ए यंग गर्ल”
तुषिता नेगी के निर्देशन में नवदीप और भौमिक के नेतृत्व में रति, आदर्श और डिंपल ने एनी फ्रैंक की संवेदनशील कहानी को गहराई, इमोशन और सच्चाई के साथ प्रस्तुत किया। हल्के संगीत और भावनात्मक नरेशन ने माहौल को बेहद प्रभावशाली बना दिया। इस प्रस्तुति ने दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर किया कि विपरीत परिस्थितियों में भी उम्मीद की लौ बुझनी नहीं चाहिए।

🔹 रवि सुब्रमण्यम की “द मिस्ट्री ऑफ़ ए मिसिंग कैट”
शुभनीत कौर की गाइडेंस में शुभ और मानसी के नेतृत्व वाली टीम, जिसमें चिन्मय, अरुणिमा और नैतिक रावत शामिल थे, ने इस रहस्यमय कहानी को ह्यूमर, एनर्जी और सस्पेंस के साथ मंच पर उतारा। कहानी का जासूसी अंदाज़ दर्शकों को शुरुआत से अंत तक बांधे रखा, और छात्रों की संवाद अदायगी ने इसे जीवंत बना दिया।

सीख और प्रेरणा से भरा अनुभव
सेमिनार का उद्देश्य बच्चों को साहित्यिक सोच के साथ-साथ टीमवर्क, क्रिएटिविटी और प्रस्तुति कौशल सिखाना था। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने महसूस किया कि किताबें सिर्फ़ पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि जीने और महसूस करने के लिए होती हैं।

इस दो दिवसीय आयोजन ने साबित किया कि नई पीढ़ी न केवल साहित्य को समझती है, बल्कि उसे आधुनिक और प्रभावशाली माध्यमों से आगे बढ़ाने की क्षमता भी रखती है।

 

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