उत्तराखण्ड
पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने एक आरोपी किया गिरफ्तार,पूछताछ में हुए कई खुलासे
यूकेएसएसएससी पेपर लीक के मामले में देहरादून एसटीएफ ने लखनऊ से एक शख्स को गिरफ्तार किया है। इस शख्स से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। अभिषेक वर्मा नाम का ये युवक परीक्षा के पेपर्स के सेट्स को सील करता था लेकिन इसी ने सील करने के साथ ही पेपर को लीक भी कर दिया।
STF की पूछताछ में सामने आया है कि अभिषेक वर्मा का काम प्रिंटिंग प्रेस में पेपर्स को अलग अलग सेट्स में लगाकर सील करने का था। यहीं उसने फायदा उठाया और टेलीग्राम एप की मदद से पेपर्स की फोटो को पेपर लीक गैंग के पास पहुंचा दिया।
इस काम के लिए अभिषेक को अच्छी खासी रकम दी गई थी। अभिषेक को पेपर लीक कराने के लिए 36 लाख रुपए मिलने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि अभिषेक ने इस रकम में से तकरीबन 9 लाख रुपए में अपने गांव पर दो कमरों का निर्माण करा डाला। नौ लाख रुपए की कार भी खरीदी। इसके साथ ही तीन लाख रुपये मां के खाते में डाले, डेढ़ लाख रुपये अपने भाई के और दो लाख रुपये अपने पिता के खातों में जमा करा दिए। दिलचस्प ये है कि अभिषेक की सेलरी महज 21 हजार रुपए प्रति माह है।
दरअसल इस मामले के खुलासे के बाद से ही परीक्षा कराने का जिम्मा ले रखी कंपनी के कई कर्मचारी STF के रडार पर थे। अभिषेक की सेलरी और खर्च में समानता न देख एसटीएफ इससे पूछताछ की तैयारी में थी। इसी बीच पता चला कि वो देहरादून ही आ रहा है। अभिषेक के दून पहुंचने पर एसटीएफ ने उसे पूछताछ के लिए बुला लिया। इसके बाद सवाल जवाब में वो फंस गया।