उत्तराखण्ड
यहां विधानसभा में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी मुकदमा दर्ज
विधानसभा में बैक डोर भर्ती के विरोध में युवा लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच एक और खबर सामने आई है, जिसमें विधानसभा में नौकरी के नाम पर लोगों से लाखों ठगे गए हैं। इस मामले में ठगी का शिकार हुए युवाओं ने पुलिस से शिकायत की है।शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
विधानसभा में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ितों ने मामले की शिकायत पुलिस क्षेत्राधिकारी से की है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है। सीओ को सौंपे गए शिकायती पत्र में गणेश सिंह निवासी जैंती, कृष्णा सिंह निवासी जैंती और नरेंद्र सिंह निवासी दाड़िमी जैंती का कहना है कि राजकीय बालिका इंटर कालेज जैंती में कार्यरत कविता मेहरा और उनके पुत्र आदित्य मेहरा ने उन्हें विधनसभा में नौकरी दिलाने का झांसा दिलाया।
जिसके बाद उन्होंने हल्द्वानी रहने वाले रितेश पाण्डे नामक व्यक्ति से मिलवाया। नौकरी लगवाने के नाम पर रितेश पाण्डे ने उनसे 3-3 लाख रूपए की डिमांड की जिसके बाद उन्होंने उक्त धनराशि उसके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों से कर्ज कर उन्हें यह रकम दी थी।
सितंबर 2021 में पैसा जमा कराने के बाद भी ना तो उनकी नौकरी लग पाई और ना ही उनका पैसा ही वापस मिल पाया। जब भी रितेश से पैसा मांगा जाता है तो वह धमकियां देने लगता है। उन्होंने जालसाजी के आरोपी कविता मेहरा, आदित्य मेहरा और रितेश पाण्डे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सीओ ने पुलिस को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।
वहीं, कमलुवागांजा निवासी नवीन चंद्र जोशी ने भी रितेश पाण्डे पर उसके साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि रितेश पाण्डे ने उसे नौकरी दिलाने का वायदा किया था और उसके एवज में उससे मोटी करम वसूली थी। रकम देने के बाद भी न तो नौकरी मिली और ना ही पैसा। जब भी उससे पैसा मांगा जाता है वह टाला मटोली करता है। पुलिस ने शिकायत के आधार मामले की जांच शुरू कर दी है।