उत्तराखण्ड
सरकारी दादागिरी:स्कूल बसों को जबरन मोदी की रैली में भेजने के लिए दबाव डाल रहे हैं अफ़सर।
हल्द्वानी(नैनीताल) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल हल्द्वानी में रैली होने जा रही हैं।इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा संगठन और सरकार की मशीनरी ने पूरी ताकत झोंक रखी हैं। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं।अगले महीने अचार संहिता लागू हो सकती हैं उससे पहले होनी वाली रैलियों का खर्च सरकारी होगा,इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमकर रैलियां कर रहे ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को चुनावी फायदा मिल सके और डबल इंजन की सरकार चलती रहे।
हाल ही में देहरादून में आयोजित हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में उम्मीद के मुताबिक भीड़ नही थी। प्रधानमंत्री मोदी के बाद कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी की रैली में वहां आई भीड़ ने सत्तारूढ़ भाजपा को मुश्किल में डाल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी की कल हल्द्वानी में होने जा रही रैली में अधिक से अधिक भीड़ एकत्रित करने के लिए भाजपा ने पूरे कुमाऊँ मंडल में ताकत झोंक रखी है। पार्टी पदाधिकारियों के साथ साथ सरकार के मंत्री और विधायकों को अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य दिया गया हैं।
सिर्फ पार्टी संगठन ही नहीं बल्कि सरकारी मशीनरी को भी रैली में लोगों की भीड़ लाने के लिए कहा गया है।
नैनीताल जिले में मोदी की रैली को लेकर सरकारी दादागिरी भी दिखाई जा रही हैं।यह सरकारी दादागिरी निजी स्कूलों को दिखाई जा रही हैं।निजी स्कूल संचालकों पर दबाव डाला जा रहा है कि वह कल प्रधानमंत्री मोदी की रैली के लिए अपनी स्कूल की बसें उन्हें उपलब्ध कराए।
RTO विभाग के अधिकारियों पर दबाव है कि वह प्रधानमंत्री मोदी की रैली के लिए बसों का इंतजाम करे और RTO विभाग के अधिकारी बसों के लिए निजी स्कूल संचालकों दबाव डाल रहे हैं।कुछ स्कूल संचालकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हे स्कूल बसे रैली के लिए देनी पड़ी तो कल बच्चो की पढ़ाई नहीं हो पाएगी,उनको कल स्कूल बंद करना पड़ेगा।
इस मामले में RTO विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए निजी स्कूल संचालकों से बसें मांगी गई हैं लेकिन दबाव नहीं डाला गया।स्वेच्छा से जो स्कूल संचालक अपनी स्कूल बसें दे सकता है सिर्फ उन्हीं की बसें रैली में जा रही हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि रैली के लिए इतनी अधिक बसें मांगी जा रही है जितनी कि उसमें बैठने लोग भी नही आयेंगे।
बहरहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए सरकार और संगठन बीते कुछ दिन से दिन रात एक किये हुए हैं।