उत्तराखण्ड
शराब पर सरकार का यू-टर्न! CM के आदेश हवा में, महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर
शराब पर सरकार का यू-टर्न! CM के आदेश हवा में, महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर
रामनगर।
मुख्यमंत्री ने नई शराब की दुकानों पर ‘फिलहाल रोक’ के बड़े-बड़े दावे तो जरूर कर दिए, लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि उन दावों की फाइल अभी तक सरकारी मेज़ों पर धूल फांक रही है। मुख्य सचिव को दिए गए निर्देश सिर्फ अखबारों की सुर्खियाँ बने रह गए, और पाटकोट की जनता अब भी शासन की अनदेखी का शिकार बनी हुई है।
आज लगातार 13वें दिन भी पाटकोट में शराब की दुकान के विरोध में महिलाएं डटी रहीं। उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है – “अब झांसे नहीं चलेंगे, जब तक लिखित आदेश नहीं मिलते, धरना खत्म नहीं होगा।”
गांव की महिलाएं सड़क पर उतर चुकी हैं, और उन्होंने सरकार को चेता दिया है – “अगर प्रशासन ने धोखा दिया, तो अबकी बार आंदोलन उग्र होगा।” सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी शराब की दुकानें क्यों चल रही हैं? क्या सरकारी आदेश अब कागज़ी खानापूरी बन चुके हैं?
गांव की इन बहादुर महिलाओं ने ये साबित कर दिया है कि अब वो शासन की चालाकियों में नहीं फंसने वालीं। प्रशासन को चाहिए कि वो जनता की आवाज़ सुने, वरना यह विरोध जल्द ही पूरे कुमाऊं में आग की तरह फैल सकता है।
फैसला अब सरकार को करना है – जनता के साथ या शराब के धंधे के साथ?




