उत्तराखण्ड
वाहनों की फिटनेस निजी कंपनी से कराने के विरोध में सड़क में उतरे गौला खनन कारोबारी, जुलूस
हल्द्वानी। खनन वाहनों की फिटनेस निजी कंपनी से कराने से गौला खनन कारोबारियों में आक्रोश व्याप्त है। इस नियम के विरोध में सोमवार को खनन कारोबारियों ने सड़क पर उतरकर रोष जताया। साथ ही जुलूस निकाल मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
सोमवार को खनन कारोबारी बुद्ध पार्क में एकत्र हुए। इस दौरान हुई सभा में खनन कारोबारियों ने कहा कि सरकार गौला से जुड़े कारोबारियों का उत्पीडऩ कर रही है। उन्होंने कहा कि गौला निजीकरण कर सरकार हजारों लोगों के रोजगार से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने गौला में सालों से चल रही व्यवस्था को न बदलने की मांग उठाई। खनन कारोबारियों का कहना था कि सालभर में मात्र चार या पांच महीने ही खनन होता है और अब खनन वाहनों का फिटनेस निजी तौर पर कराना गलत है।
गौला में पहले नवंबर तक खनन शुरू हो जाता था लेकिन इस बार अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में खनन कारोबारियों ने एसडीएम कोर्ट परिसर तक जुलूस निकाला। उन्होंने प्रशासन के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। जुलूस में गौला खनन समिति के अध्यक्ष पम्मी सैफी, गौला खनन मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट, कन्नू जोशी समेत बड़ी संख्या में खनन कारोबारी शामिल थे। इधर बुद्ध पार्क में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कोतवाल हरेंद्र चौधरी, बनभूलपुरा एसओ नीरज भाकुनी, मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक, भोटिया पड़ाव चौकी के दरोगा संजय धौनी की मौजूदगी में पुलिस बल तैनात रहा।