उत्तराखण्ड
नशे की गिरफ्त और फोन एडिक्शन के शिकार पुलिस परिवार के बच्चों की होगी काउंसिलिंग
देहरादून। डॉ. अलकनंदा अशोक द्वारा पुलिस लाईन देहरादून स्थित सभागार में पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों के परिवारों में समन्वय स्थापित करने व उनकी समस्याओं, जरुरतों का समाधान करने के लिये एजीएम के सदस्यों की समीक्षा बैठक ली। उक्त बैठक में उपवा के अन्तर्गत किये गये कार्यों की समीक्षा की गयी।
पुलिस मार्डन स्कूलों को और अधिक संसाधन युक्त बनाना तथा शिक्षा की गुणवत्ता बढाना, साथ ही अन्य जनपद/वाहिनी में पीएमएस की स्थापना किये जाने पर विचार किया गया। पुलिस कार्मिकों तथा उनके परिवाजनों के लिये निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करने के लिये दिशा-निर्देश दिये गये। उत्तराखण्ड पुलिस वाइफस वेलफेयर एसोसिएशन के अन्तर्गत किये जाने वाले आगामी क्रियाकलापों के सम्बन्ध में साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस वाइफस वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में किये जाने वाले कल्याणकारी कार्यों के सम्बन्ध में सुझाव तथा उपवा के पक्ष में धनोपार्जन के सम्बन्ध में सुझाव आमंत्रित करना पर चर्चा की गयी।
इसके अतरिक्त डॉ. अलकनंदा अशोक ने कहा की पुलिस परिवार के पारिवारिक कलह के लिये 03 सदस्यों की टीम बनाई जाये, जो टीम सप्ताह में 02 बार परिवार की काउंसलिंग करे। साथ ही ऐसे मामलों को गोपनीय रखा जायेगा। पुलिस मार्डन स्कूल में अध्यनरत वे बच्चो को पढाई में अच्छा नही कर पा रहे हैं। उनके लिए उपचारात्मक कक्षाएँ संध्या में लगायी जाये जिससे शिक्षा में गुणवत्ता एंव सुधार आ सके। जो पुलिस परिवार के बच्चे नशे की गिरफ्त में हैं व फोन एडिक्शन के शिकार है, उन बच्चों की कांउसलिंग की जाये तथा उन्हे पीपीटी से माध्यम से इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाये। उक्त बैठक में ए.जी.एम. के सभी सम्मानित सदस्य मौजूद रहे तथा पुलिस परिवार की महिलाओं द्वारा बैठक में हिस्सा लिया गया, साथ ही उन्होने भी अपने विचारों को उपवा अध्यक्षा के समक्ष रखा।