उत्तराखण्ड
“विरोध ठीक, पर अराजकता नहीं” – स्मार्ट मीटर विवाद पर बोले हल्द्वानी के मेयर गजराज बिष्ट
“विरोध ठीक, पर अराजकता नहीं” – स्मार्ट मीटर विवाद पर बोले हल्द्वानी के मेयर गजराज बिष्ट
रामनगर। स्मार्ट मीटरों को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा किए जा रहे विरोध पर अब हल्द्वानी के मेयर गजराज बिष्ट ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा कि विरोध करना हर किसी का अधिकार है, लेकिन उसकी आड़ में अराजकता फैलाना बिल्कुल गलत है।
सोमवार को रामनगर में भाजपा नेता हरीश सती के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में मेयर गजराज बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस नेता केवल भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत द्वारा स्मार्ट मीटर तोड़ने की घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे कदम गुंडागर्दी की श्रेणी में आते हैं, न कि जनहित की राजनीति में।
मेयर बिष्ट ने कहा कि जो स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, वे पुराने मीटरों का ही आधुनिक वर्जन हैं। उपभोक्ताओं से इसके लिए कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है, बल्कि बिजली विभाग खुद इन्हें मुफ्त में लगा रहा है। पर्ची में भी यह साफ तौर पर लिखा है कि मीटर निशुल्क हैं। बावजूद इसके, कांग्रेस नेता जनता को भ्रमित कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, जैसे हिमाचल प्रदेश, वहां भी ऐसे ही स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। फिर उत्तराखंड में इसका विरोध केवल राजनीति चमकाने के लिए किया जा रहा है।
स्मार्ट मीटरों से जुड़े लाखों के बिलों के सवाल पर मेयर ने कहा कि यह जानबूझकर की गई साजिश नहीं है, बल्कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण मीटर जंपिंग के मामले हैं। जैसे ही कोई शिकायत आती है, बिजली विभाग तुरंत उसे ठीक कर देता है।
मेयर ने स्मार्ट मीटर को जनता के लिए फायदेमंद बताया। उन्होंने कहा कि इससे उपभोक्ता खुद अपने बिजली खर्च को नियंत्रित कर सकते हैं और फॉल्ट होने पर विभाग बिना शिकायत के ही लोकेशन ट्रेस कर रिपेयर कर सकता है।
इस मौके पर भाजपा नेता हरीश सती, सत्यप्रकाश शर्मा, राकेश अग्रवाल और सुबोध चमोली भी मौजूद रहे।




