उत्तराखण्ड
गेस्ट हाउस में चल रहा था देह व्यापार का अड्डा, हरिद्वार पुलिस ने किया भंडाफोड़ – 8 महिलाएं, 5 पुरुष आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार
“श्रीनिवास होटल सेक्स रैकेट” पर हरिद्वार पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
गेस्ट हाउस में चल रहा था देह व्यापार का अड्डा, हरिद्वार पुलिस ने किया भंडाफोड़ – 8 महिलाएं, 5 पुरुष आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार
हरिद्वार/रुड़की।
हरिद्वार में देह व्यापार की जड़ों को उखाड़ फेंकने के लिए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने जिस सख्ती की घोषणा की थी, उसका ज़मीन पर असर अब साफ दिखने लगा है। एसएसपी के निर्देश पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और कोतवाली रुड़की पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरुवार देर शाम श्रीनिवास होटल पर बड़ी छापेमारी कर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया।
पुलिस ने मौके से 08 महिलाएं और 05 पुरुषों को आपत्तिजनक हालत में दबोचा, जिनके पास से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है। इनके खिलाफ अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम की धाराओं 3/4/5 में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
राजा उर्फ रांझा और निक्की का गिरोह—राज्य दर राज्य लड़कियों की सप्लाई
मुख्य आरोपी राजा उर्फ रांझा और उसका साथी निक्की उर्फ कल्लू दीपक पिछले कई वर्षों से हरियाणा, असम, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से लड़कियों को लाकर रुड़की और हरिद्वार के कई होटलों में सप्लाई कर रहे थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि ये दोनों 5 से 6 सालों से अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट चला रहे थे।
गिरफ्तार किए गए बाकी आरोपियों में:
- हैदर अली, सिद्धांत, रविकांत और लक्की शामिल हैं, जो रैकेट की स्थानीय नेटवर्किंग और मैनेजमेंट संभालते थे।
कड़ी कार्रवाई के मूड में पुलिस—होटल संचालकों की खैर नहीं
सूत्रों के मुताबिक, श्रीनिवास होटल पहले भी संदिग्ध गतिविधियों के चलते निगरानी में था। अब इस खुलासे के बाद अन्य होटल और गेस्ट हाउस भी पुलिस रडार पर हैं। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि होटल मालिकों की इस गंदे धंधे में संलिप्तता कितनी गहरी है।
एसएसपी डोबाल की चेतावनी साफ है – “देह व्यापार को उत्तराखंड की धरती से पूरी तरह खत्म कर देंगे, चाहे इसके लिए कितनी भी बड़ी मछलियों पर हाथ क्यों न डालना पड़े।”
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम और रुड़की पुलिस की संयुक्त दबिश
पुलिस टीम की कमान प्रभारी निरीक्षक मनी भूषण श्रीवास्तव के हाथ में थी, जिन्होंने टीम के साथ ताबड़तोड़ दबिश दी।
टीम में शामिल थे:
- रीना रावत, रनवीर, भूपेंद्र, विशु, राकेश (AHTU), जयराज (AHTU), शशिबाला (AHTU) – जिनकी तत्परता से सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ संभव हुआ।
अब आगे क्या?
पुलिस की पूछताछ में कई होटल और गेस्ट हाउसों के नाम सामने आ रहे हैं, जहां इस रैकेट की शाखाएं फैली हुई हैं। पुलिस अब इस गिरोह के फाइनेंसरों, दलालों और कनेक्शन वाले नेताओं या अफसरों की तलाश में जुट गई है।
ATOM BOMB की दो टूक:
हरिद्वार जैसे धार्मिक शहर की पवित्रता को गंदे धंधों से लहूलुहान करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। गेस्ट हाउस के नाम पर चल रहे इन देह के बाज़ारों पर अब पुलिस का “ऑपरेशन सफाया” शुरू हो चुका है। लेकिन सवाल ये भी है—क्या ये गिरोह पुलिस की नाक के नीचे इतने साल कैसे फलता-फूलता रहा? कौन था इसका सरंक्षक?
इस बार भले ही “श्रीनिवास होटल” का खेल खत्म हुआ हो, लेकिन असली सफाई तब होगी जब हरिद्वार और रुड़की की हर गली, हर होटल से दलाली और जिस्मफरोशी के धंधे का समूल नाश होगा।
[खुशाल रावत]
संपादक – एटम बम
www.atombombnews.com







