उत्तराखण्ड
उत्तराखंड के स्वास्थ्य महकमे पर मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश की अनदेखी करने का आरोप
रामनगर।महिला एकता मंच ने उत्तराखंड के स्वास्थ्य महकमे पर मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
महिला एकता मंच द्वारा रामनगर व्यापार भवन में हुई पत्रकार वार्ता में महिलाओं ने कहा कि विगत 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कार्यालय ने 3 दिवस के भीतर मालधन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों उपचारिकाओं,अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, डेंटल चेयर तथा इमरजेंसी सुविधाएं आदि उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। परंतु स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय का आदेश मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
महिलाओं ने कहा कि विगत 3 अक्टूबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल ने भी महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को पत्र लिखकर कहा था कि मालधन के अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के स्वीकृत 9 पदों के सापेक्ष मात्र 3 ही चिकित्सा अधिकारी तैनात है तथा उपचारिकों के स्वीकृत सभी 5 पद रिक्त हैं।
महिलाओं ने कहा कि स्वास्थ्य महकमे द्वारा मालधन क्षेत्र की 40 हजार से अधिक जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से मालधन क्षेत्र की जनता अस्पताल में मानकों के अनुरूप सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक आदि चिकित्सकों व पैरा-मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे मशीन, पैथोलॉजी लैब, 24 घंटे इमरजेंसी व एंबुलेंस उपलब्ध कराने तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मांग कर रही है परंतु सरकार और प्रशासन जनता के जीवन से जुड़ी उक्त मांगों पर कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं है इसीलिए हमें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है।
मंच ने बताया कि महिला एकता मंच के आवाहन पर मालधन क्षेत्र से 3 दर्जन से भी अधिक लोगों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर मालधन अस्पताल को लेकर शिकायतें दर्ज की हैं।
महिला एकता मंच ने आगामी 29 अक्टूबर, रविवार को मालधन के अस्पताल की दशा और दिशा सुधारने की मांग को लेकर आम जनता से जुलूस-प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है। यह जुलूस दिन में 11 बजे से मालधन पुलिस चौकी के पास, नंबर दो से प्रारंभ किया जाएगा। महिलाओं ने स्पष्ट किया कि जब तक मानकों के अनुरूप मालधन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की सभी सुविधाएं जनता को उपलब्ध नहीं कर दी जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
पत्रकार वार्ता में भगवती बहन, विनीता बहन, गीता आर्य, पुष्पा आर्य, सरस्वती जोशी, कौशल्या चुनियाल, महेश चंद्र,ललित उप्रेती आदि शामिल रहे।