उत्तराखण्ड
आफत की बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें, राह में रुकावटें
रामनगर (नैनीताल) क्षेत्र में बारिश का कहर लगातार चौथे दिन भी जारी है। भारी बरसात के चलते विकास खंड के कई मार्ग पर यातायात बाधित हो रहा है। रामनगर हल्द्वानी मोटर मार्ग पर कालाढूंगी से आगे चकुलवा के पास पुलिया टूटने के कारण यातायात ठप्प हो गया है। रामनगर भंडार पानी मोटर मार्ग पर भी मलवा आने के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। नेशनल हाईवे संख्या 309 पर स्थित धनगढ़ी और पनोद नाले उफान पर आने के कारण पुल के अभाव में लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। क्षेत्र की कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पुलिस प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाली आबादी से एहतियात बरतने की अपील की है। रामनगर विकास खंड में शनिवार शाम से शुरू हुई बारिश रविवार दोपहर बाद तक बदस्तूर होती रही। तेज बारिश के चलते नगर व ग्रामीण क्षेत्रों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह जलभराव की स्थिति से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। क्षेत्र की कोसी नदी, ढेला नदी का जल स्तर चेतावनी लेबल को पार कर गया। लेकिन जल स्तर अभी खतरे के निशान से नीचे ही है। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने नदी किनारे रहने वालों से सतर्क रहने की अपील की है। पर्वतीय क्षेत्र को जाने वाले मार्ग पर धनगढ़ी तथा पनोद नाले उफनाने के कारण यात्रियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इन दोनों नालों पर निर्माणाधीन पुलों का निर्माण कार्य साल 2020 नवंबर में शुरू हुआ था, लेकिन 4 साल बाद भी पुल नहीं बना है। जिससे वाहन चालकों के साथ-साथ यात्रियों को जान जोखिम में डालकर उफनते नाले को पार करना पड़ रहा है। अभी तक एक दर्जन से ज्यादा लोग इस नाले में अपनी जान गंवा चुके हैं। तत्कालीन राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी द्वारा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर पुल निर्माण के लिए किए गए विशेष प्रयास के बाद केंद्र सरकार ने धनगढ़ी और पनोद नाले पर पुलों के निर्माण को करीब 14 करोड़ की धनराशि जारी की थी। धनगढ़ी में 150 मीटर लंबाई का पुल सात करोड़ 65 लाख और पानोद नाले पर 90 मीटर लंबा पुल 6 करोड़ 35 लाख की लागत से बनने का कार्य साल 2020 नवंबर में शुरू हुआ था, जिसको 18 माह में पूरा करने की बात संबंधित कार्यदायी संस्था द्वारा की गई थी। लेकिन 18 माह में संस्था द्वारा कार्य तो पूरा नहीं हुआ, अलबत्ता हाथी कॉरिडोर को देखते हुए इस निर्माण पर वन विभाग द्वारा बीच में ही रोक लगा दी गई थी। पिछले वर्ष एक बार फिर से वन विभाग द्वारा 6.50 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर करने पर सहमति बनी और एक बार फिर मई 2024 से नेशनल हाईवे 309 पर धनगढ़ी-पनोद नाले पर पुल निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। जो कि वर्तमान में निर्माणाधीन ही है। बरसात के चलते रामनगर भंडारपानी मोटर मार्ग पर मलवा आने के कारण यहां यातायात बाधित रहा। देर शाम तक प्रशासन द्वारा यहां यातायात दुरुस्त कराया गया। क्यारी गांव को जाने वाले रास्ते पर एक पेड़ के टूटकर गिरने के कारण यहां भी घंटों तक यातायात बाधित रहा। सूचना मिलने पर रामनगर से मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड दस्ते ने पेड़ को काटकर रास्ता साफ कराया। जिसके बाद यहां यातायात सुचारू किया जा सका। शनिवार को रामनगर से रानीखेत को जोड़ने वाली सड़क पर बना पुल ढहने के बाद रविवार को रामनगर कालाढूंगी को हल्द्वानी से जोड़ने वाली मुख्य सड़क का एक हिस्सा ढहने के कारण दोनों तरफ से यातायात ठप हो गया है। कालाढूंगी के चकलुआ में पुलिया के पास सड़क का एक हिस्सा ढहने से वहां भारी अव्यवस्था होने की सूचना मिलते ही तहसीलदार रेखा कोहली और थाना अध्यक्ष भगवान महर मौके पर पहुंचकर यातायात को सड़क के एक साइड से निकलवाया गया। इस दौरान प्रशासन ने बाधित हुए यातायात को सुचारु करने की कोशिश की लेकिन सड़क के दूसरे हिस्से के टूटने के संभावना को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से यहां यातायात रोक दिया गया है। थानाध्यक्ष भगवान महर के मुताबिक अब वहां से वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। स्थिति सामान्य होने तक फिलहाल हल्द्वानी जाना संभव नहीं है और ना ही कोई हल्द्वानी से आ पाएगा। स्थानीय प्रशासन यातायात को बहाल करने के कार्य कर रहा है।