उत्तराखण्ड
दहेज की खातिर आशा कार्यकर्ता का उत्पीड़न, मारपीट
सितारगंज। आशा कार्यकर्ता से मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत पर पुलिस ने पति और बड़े भाई पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गुरमीत कौर पत्नी त्रिलोक सिंह निवासी ग्राम जंगल जोगीठेर थाना-खटीमा ने पुलिस को तहरीर देकर बताया है कि वह आशा कार्यकर्ता है। मेरा विवाह 17 वर्ष पूर्व त्रिलोक सिंह निवासी ग्राम जंगल जोगीठेर थाना-खटीमा जिला उधम सिंह नगर से हुआ। उसके तीन बेटे अक्षदीप उम्र-14 वर्ष, अमन उम्र 12 वर्ष व आकाश उम्र 10 वर्ष हैं। बीते मार्च को सुबह लगभग 7रू00 बजे मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट और जान से मारने की कोशिश की। मेरे बच्चों ने बचाया और और सबको बुलाया तथा मायके फोन किया तब मेरी जान बची। मेरा पति शादी के तुरन्त बाद से ही दहेज के लिए परेशान करने लगा। वह हर प्रकार का नशा करता है और स्मैक और कच्ची शराब भी बेचता है। पति ने मुझे बिना बताए दो बीघा भूमि, घर का सामान, गैस चूल्हा, सिलेन्डर, सिलाई मशीन, गहने, प्रधान निधि से मिली सौर उर्जा लाईट बेच दी।
जिसका मैने विरोध किया तो उसने मुझे व बच्चों को गालिया देने लगा और कहने लगा कि आज तुम चारों को जान से खत्म कर दूंगा। उसका किसी अन्य महिला से भी अवैध सम्बन्ध है। जिसकी फोन रिकार्डिंग मेरे पास है। मैं ही घर व बच्चो का खर्च चलाती हूं। मेरा आशा कार्यकत्री का कार्य है। जिसमें रात में भी गर्भवती महिलाओं को हॉस्टिपल ले जाना पडता है। जिससे यह मेरे चरित्र पर लांछन लगाता है। वह मुझे व मेरे बच्चो का भरण पोषण नही देता है। सब कुछ बेचकर दूसरी शादी करना चाहता है।
इस सब में मेरे पति का साथ मेरा बड़ा भाई चरन सिंह निवासी ग्राम बिडौरा थाना नानकमत्ता उधम सिंह नगर अपने आप को पत्रकार बताता है यह सब में साथ देने के लिये पांच लाख मेरे पति से मांग की है। इस बात की दोनो की बातचीत की मेरे पास फोन रिकार्डिंग है। मेरा पति मेरे दूसरे बेटे अमन को भी नशा खिलाता है। इससे बच्चो पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस बात की कई बार मैने पुलिस में शिकायत भी की है तथा मेरे द्वारा कई बार 112 में भी कई बार फोन किया गया है। लेकिन सुनवाई नही होती है। मुझे व मेरे बच्चो को मेरे पति व बड़े भाई से जानमाल का खतरा बना हुआ है। मेरा बड़ा भाई पैसो की लालच में मेरा घर उजाड़ रहा है। पुलिस ने पति व भाई के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।