उत्तराखण्ड
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर रोक के लिए रामनगर में विशाल रैली का ऐलान
रामनगर (नैनीताल): देशभर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में महिला एकता मंच ने आगामी 29 सितंबर, रविवार को रामनगर में एक विशाल रैली आयोजित करने की घोषणा की है। इस आयोजन के लिए मंच ने तैयारियों की समीक्षा हेतु रामनगर पैठ पड़ाव में एक बैठक आयोजित की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंच की संयोजक ललिता रावत ने समाज में बढ़ती विकृति और यौन अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आज छोटे-छोटे बच्चों के नाम भी यौन अपराधों में आ रहे हैं। सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों के जरिये अश्लील सामग्री और पॉर्न फिल्मों का प्रसार हो रहा है, जिसे तत्काल रोकने की आवश्यकता है। इनका प्रसारण एक गैर-जमानती अपराध घोषित किया जाना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत में हर 15 मिनट में एक बलात्कार की घटना दर्ज होती है। महिलाओं के साथ यौन अपराध के कई मामले तो दर्ज ही नहीं होते। यह चिंता का विषय है कि हमारा देश महिलाओं और लड़कियों के लिए असुरक्षित बनता जा रहा है। महिलाएं चाहे शहर में हों या गांव में, मैदान में हों या पहाड़ों में, घर में हों या बाहर, कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं।
बैठक में महिलाओं ने जोर दिया कि समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए उन्हें सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से वास्तविक समानता प्रदान की जानी चाहिए। स्कूल और कॉलेजों में लैंगिक समानता को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए और सुरक्षा बलों, प्रशासन, न्यायपालिका और समाज को महिलाओं के प्रति अधिक संवेदनशील बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए।
बैठक में सरस्वती जोशी ने बताया कि 26 सितंबर को ग्राम थारी में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर एक जुलूस और प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इससे पहले मालधन, कानिया और सुंदरखाल में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में भी प्रदर्शन किए जा चुके हैं।
बैठक में सीमा तिवाड़ी, दुर्गा सैनी, भगवती नेगी, ऊषा पटवाल, शांति देवी, तुलसी देवी, माया नेगी, दीपा देवी, मीरा, धना, राधा, बसंती, नीमा और शांति समेत कई महिलाएं उपस्थित रहीं।