उत्तराखण्ड
आईफोन देखकर आ गया था मन में खोट, पुलिस के हस्तक्षेप से उसके मंसूबों पर फिरा पानी
आईफोन देखकर आ गया था मन में खोट, पुलिस के हस्तक्षेप से उसके मंसूबों पर फिरा पानी
रुद्रप्रयाग। वर्तमान समय में केदारनाथ धाम यात्रा पर देश के अलग-अलग कोनों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, आने वाले श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम तक पहुंचाने के लिए घोड़े वाले, कण्डी वाले भी यहां पर हैं। अब किसी के मन मे किसी अच्छी सी चीज को देखकर लालच आ जाये तो क्या किया जा सकता है फिर। एसा ही एक वाकया केदारनाथ में घटित हुआ। हिमाचल प्रदेश की रहने वाली श्रद्धालु मनीषा ठाकुर जो कि कण्डी की मदद से गौरीकुण्ड से केदारनाथ पहुंची थी, और इनका फोन कण्डी में ही रह गया था। इनके द्वारा अपने फोन को अपने स्तर से काफी ढूंढा पर मिला ही नहीं, मिलता भी कैसे, क्योंकि कण्डी वाले का मन इसमें रच बस गया था और उसके मन में खोट आ गया था। इन श्रद्धालु को भी यही अंदेशा था कि उनका आईफोन खोया नहीं है बल्कि इस कण्डी वाले ने ही रख लिया है।
नई और अन्जान जगह, उससे ज्यादा बहस भी नहीं कर सकती थी। ऐसे में उसे केदारनाथ धाम में ड्यूटी पर तैनात पुलिस कार्मिकों में मदद की किरण नजर आयी, उनके द्वारा अपनी परेशानी फायरमैन भरत भण्डारी को बतायी। मामला एक आईफोन के किसी के रख लेने का नहीं बल्कि केदारनाथ में काम कर रहे लोगों की प्रतिष्ठा का भी था। इस समस्या को फायरमैन भरत भण्डारी ने अपने सहकर्मियों से साझा किया। जिस हिसाब से श्रद्धालु ने अपनी समस्या रखी थी, उसके अनुसार मामला चोरी का बन रहा था, इनके द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए हैलीपैड ड्यूटी इंचार्ज उप निरीक्षक सतीश चन्द्र शाह से वार्ता की गयी। उप निरीक्षक सतीश चन्द्र शाह ने श्रद्धालु से वार्ता की पर वे यहां पर श्रद्धा भाव से आयी थीं और भले ही मुकदमा नहीं चाहती थी पर उन्हें अपना आईफोन हर हाल में चाहिये था, यहां कि स्मृतियों को कैद करने का उनके पास कोई और साधन भी नहीं था। पुलिस टीम ने कण्डी वाले को बुलाकर उससे पूछताछ की तो शातिराना अंदाज में मुकर रहा था, पर पुलिस की सख्ती के आगे टूट ही गया और स्वीकार किया कि साब जी आईफोन तो मेरे पास है। चूंकि इस घटनाक्रम में श्रद्धालु अनावश्यक कानूनी झमेले में नहीं पड़ना चाहती थीं, उनको उनका आईफोन चाहिए था और पुलिस की सहायता व हस्तक्षेप से मिल भी गया था, ऐसे में उनके द्वारा बड़ा हृदय दिखाकर कण्डी वाले के विरुद्ध कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं कराया व अपना आईफोन वापस पाकर पुलिस का आभार प्रकट किया गया। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक सतीश चन्द्र शाह, लीडिंग फायरमैन भरत भण्डारी, फायरमैन सूरज थापा, फायरमैन राजीव अवस्थी, फायरमैन चन्द्र प्रकाश मौजूद रहे।