उत्तराखण्ड
अपर कोसी में धड़ल्ले से अवैध खनन, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने डीएफओ को सौंपा ज्ञापन – वन विभाग पर संरक्षण देने का आरोप
अपर कोसी में धड़ल्ले से अवैध खनन, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने डीएफओ को सौंपा ज्ञापन – वन विभाग पर संरक्षण देने का आरोप
रामनगर: उत्तराखंड में अवैध खनन का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रामनगर वन प्रभाग के प्रतिबंधित क्षेत्र अपर कोसी रेंज में खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से कोसी नदी की लूट में जुटे हैं। इस संगठित अवैध खनन को लेकर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने आज प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) दिगंथ नायक को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल कार्रवाई और दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर विभागीय जांच की मांग की है।
वन विभाग की मिलीभगत से फल-फूल रहा खनन माफिया!
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रधान महासचिव और राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएफओ से मुलाकात कर उन्हें अपर कोसी रेंज में चल रहे अवैध खनन के बारे में जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 4 मार्च को कुनखेत क्षेत्र में प्रतिबंधित इलाके में जेसीबी मशीनों से बड़े पैमाने पर खनन हुआ, जिसमें अनेक ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खनिज सामग्री ढोकर ले जाती दिखीं।
सबसे गंभीर आरोप यह है कि वन विभाग ने सिर्फ एक ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त कर खानापूर्ति कर दी, जबकि असल में पूरा खनन गिरोह प्रशासन की नाक के नीचे पनप रहा है।
वन विभाग के आला अधिकारियों को भेजे गए थे सबूत, फिर भी कार्रवाई नहीं!
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने इस अवैध खनन के फोटो और वीडियो सबूत राज्य के वन प्रमुख धनंजय सिंह और डीएफओ दिगंथ नायक को भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
खनन के चलते कोसी नदी के अस्तित्व पर संकट!
पार्टी ने डीएफओ को सौंपे ज्ञापन में चेतावनी दी है कि अगर अवैध खनन और पेड़ों की तस्करी पर रोक नहीं लगी, तो कुछ ही वर्षों में कोसी नदी का पानी पूरी तरह विलुप्त हो सकता है। यह न केवल हजारों स्थानीय लोगों की आजीविका बल्कि वन्यजीवों, पक्षियों और पर्यावरण के लिए भी विनाशकारी साबित होगा।
कड़ी कार्रवाई की मांग, नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन!
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने मांग की है कि –
✅ अवैध खनन में लिप्त लोगों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज हो।
✅ खनन में इस्तेमाल सभी जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त किया जाए।
✅ वन विभाग के दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई हो।
पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो बड़ा जनांदोलन छेड़ा जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी, विशन दत्त सनवाल, आसिफ, प्रयाग पांडे सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
अब देखना यह होगा कि क्या वन विभाग इस खुली लूट पर कार्रवाई करता है या फिर खनन माफियाओं की मिलीभगत से यह विनाशकारी खेल यूं ही चलता रहेगा!




