उत्तराखण्ड
रामनगर में हैवानियत: आरोपियों ने किया घिनौना कृत्य, वीडियो बनाकर की शर्मनाक हरकत — एक हिरासत में, बाकी की तलाश तेज
रामनगर में नाबालिग से हैवानियत: आरोपियों ने किया घिनौना कृत्य, वीडियो बनाकर की शर्मनाक हरकत — एक हिरासत में, बाकी की तलाश तेज
रामनगर (नैनीताल)।
रामनगर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म और उसका वीडियो बनाए जाने की घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। यह वारदात कब हुई, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस ने गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। एक आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है जबकि अन्य की तलाश में पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली एक छात्रा को आरोपियों ने किसी खाद्य पदार्थ में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर दिया और फिर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। हैवानियत की हदें पार करते हुए आरोपियों ने इस कृत्य का वीडियो भी बना लिया और बाद में उसे फैलाने की कोशिश की।
पुलिस ने पीड़िता की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। कोतवाली प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और घटना से जुड़े सभी डिजिटल साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
इस मामले को लेकर राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष मदन जोशी ने पत्रकार वार्ता कर पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सभी आरोपी जल्द गिरफ्तार नहीं किए गए, तो वे पीड़िता के परिवार और स्थानीय नागरिकों के साथ शहीद पार्क लखनपुर में धरना शुरू करेंगे।
जोशी ने दावा किया कि उन्होंने घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कहा कि यह मामला बेहद जघन्य है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने हाल ही में हुए मांस विवाद में अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे को झूठा बताया और कहा कि उन्होंने हमले से पिकअप ड्राइवर को बचाया हैँ. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गैरकानूनी काम करने वाले और उनसे मिले कुछ पुलिस कर्मी उनके खिलाफ साजिश कर रहें हैँ.
उन्होंने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया कि वह बीते दिनों के विवाद में निर्दोष लोगों को धमकाने और फंसाने का काम कर रही है। उनका कहना था कि अगर शुक्रवार तक सभी आरोपी नहीं पकड़े गए तो वे “उग्र आंदोलन” का रास्ता अपनाएंगे।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार का कहना है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित होगी। किसी भी आरोपी को राजनीतिक या सामाजिक दबाव के कारण बचने नहीं दिया जाएगा।








