उत्तराखण्ड
महिला एकता मंच की बैठक में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर जताया आक्रोश, तीन जगहों पर जुलूस प्रदर्शन का ऐलान
रामनगर(नैनीताल) देश में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के विरोध में महिला एकता मंच द्वारा चंद्रनगर मालधन में आयोजित बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में 5 सितंबर को मालधन, 8 सितंबर को ग्राम कानिया, और 11 सितंबर को वनग्राम सुंदरखाल में जुलूस प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया है।
प्रदर्शन की मुख्य मांगें:
– महिलाओं के अश्लील चित्रण और फिल्मों (पोर्न) पर सख्त प्रतिबंध लगाना और इसे गैर जमानती अपराध घोषित करना।
– महिलाओं को सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक बराबरी का अधिकार देना।
– लैंगिक समानता को पाठ्यक्रम में शामिल करना।
– सुरक्षा बलों, प्रशासन, और समाज को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाना।
महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता:
बैठक में भगवती आर्य ने कहा, “हमारा देश महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे असुरक्षित देश बनता जा रहा है। महिलाएं न तो घर में और न ही बाहर सुरक्षित हैं।” सरस्वती जोशी ने कोलकाता के डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या, सल्ट में भाजपा नेता द्वारा नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार, और सितारगंज में 4 साल की बच्ची के साथ बलात्कार जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर चिंता जताई।
भाजपा पर दोहरे चरित्र का आरोप:
कौशल्या चुनियाल ने कहा, “चमोली में अपराधी अल्पसंख्यक समाज से था, तो भाजपा ने अल्पसंख्यकों की दुकानों पर हमले कर दिए। लेकिन सल्ट में भाजपा नेता द्वारा अपराध किए जाने पर पार्टी चुप्पी साधे हुए है और अपराधी को बचाने में लगी है। यह भाजपा का दोहरा चरित्र है।”
महिलाओं का सड़कों पर उतरने का ऐलान:
महिला एकता मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा, “पानी सर के ऊपर से गुजर चुका है। अब हम महिलाओं को चुप नहीं बैठना है। हमें सड़कों पर उतरकर हैवानों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी।”
इस बैठक में भगवती आर्या, विनीता आर्या, ममता आर्या, गीत सरस्वती जोशी, कौशल्या और महिला मंगल दल की अध्यक्ष पुष्पा आर्या समेत कई महिलाएं मौजूद थीं।