उत्तराखण्ड
आयुक्त के निर्देश, गर्मियों में पीने के पानी की समस्या से निपटने के लिए दुरूस्त करें व्यवस्थाएं
हल्द्वानी। गर्मी के मौसम को देखते हुये मण्डल में पेयजल की समस्या के साथ ही जलजीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यों के सम्बन्ध में आयुक्त दीपक रावत ने कैम्प कार्यालय में मण्डल के जलसंस्थान एवं जलनिगम के अधिकारियों को बैठक में निर्देश दिये।
आयुक्त ने कहा कि गर्मी में नलकूपों की खराबी बार-बार आती है इसलिए नलकूपों के मोटर के साथ ही अतिरिक्त पार्ट्स समय से क्रय किये जांए ताकि मोटर खराब होने पर तुरन्त ठीक हो सके। आयुक्त ने अधीक्षण अभिंयता जलसंस्थान विशाल सक्सेना को निर्देश दिये कि जिन स्थानों पर पाईप लाईन के द्वारा पानी लीकेज हो रहा है उन्हें शीघ्र मरम्मत करायें साथ ही पानी की बर्बादी को रोका जाए। उन्होंने कहा गर्मी में अतिरिक्त टैंकरों की आवश्यकता होने पर अतिरिक्त टैंकरों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि आमजनमास को पानी की परेशानिंयो से ना जूझना पडे।
उन्होंने कहा जलसंस्थान कार्यालय के बाहर काफी संख्या में निजी पोस्टर लगने से कार्यालय भी नही दिखाई दे रहा है, उन्होंने अधिकारियों को कार्यालय से निजी पोस्टर शीघ्र हटाने के साथ ही कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। वन विभाग के अन्तर्गत कुछ क्षेत्रों पर कार्य प्रारम्भ नही होने पर आयुक्त ने कहा कि शीघ्र ही वन अधिकरियों से वार्ताकर कार्य प्रारम्भ किया जायेगा। मण्डल में जलजीवन मिशन की समीक्षा के दौरान आयुक्त ने कहा जलजीवन मिशन के अन्तर्गत मानकों के अनुरूप पानी की सप्लाई की जाए।
उन्होंने कहा ऐसा कोई जलजीवन मिशन का प्रोजेक्ट जो काफी समय से चल रहा है लेकिन प्रोजेक्ट धरातल पर कार्य प्रारम्भ नही किया गया उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस प्रकार के प्रोजेक्ट धरातल पर शीघ्र चालू किये जांए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि समय-समय पर कार्यों की मानिटंिरंग की जाए तथा अधिकारी निर्माणाधीन कार्यो पर स्थलीय निरीक्षण करें तथा जिन कार्यों पर ठेकेदार द्वारा कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है उन्हें नोटिस दें।
अधीक्षण अभियंता द्वारा आयुक्त को अवगत कराया कि मण्डल में 1507 जलजीवन मिशन योजनाओं में कार्य प्रगति पर है। बैठक में मुख्य अभियंता कुमाऊ जलसंस्थान डीके सिंह, अधीक्षण अभिंयता विशाल सक्सेना, संयुक्त निदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी, अधिशासी अभियंता जलनिगम एके कटारिया, एई ममता तिवारी आदि मौजूद थे।